तौकते से निपटने के लिए एनडीआरएफ ने गुजरात में 44 टीमों को तैनात किया

नई दिल्ली, 17 मई (आईएएनएस)। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने गुजरात में 44 टीमों को तैनात किया है, जहां 17 मई की रात के दौरान पोरबंदर और महुवा के बीच चक्रवात के आने की आशंका है।

इसके अलावा महाराष्ट्र में 10 टीमें, केरल में नौ टीमें, तमिलनाडु में आठ, कर्नाटक में तीन, केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव में तीन टीम, दादरा नगर और हवेली तथा गोवा में एक-एक टीम को तैनात किया गया है। इन टीमों को राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के तटीय जिलों में तैनात किया गया है।

किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए 22 टीमों को अतिरिक्त रिजर्व के रूप में भी रखा गया है, जिन्हें राज्य की मांग और आवश्यकता के अनुसार तैनात किया जा सकता है।

जैसे ही चक्रवाती तूफान तौकते बेहद भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की लगभग 69 आत्म-निहित बचाव और राहत टीमों को तैनात किया गया है और 10 टीमें चक्रवात के लिए राज्यों के भीतर अलर्ट स्टैंड पर हैं।

पिछले तीन दिनों में एनडीआरएफ ने गुजरात, केरल और दमन और दीव में फंसे हजारों लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है।

इसके साथ ही एनडीआरएफ तटीय क्षेत्रों से लोगों को बड़े पैमाने पर निकालने में जिला प्रशासन की सहायता भी कर रही है।

टीमें गिरे हुए बड़े पेड़ों और सड़क के किनारे गिरे बिजली के खंभों को भी हटाने के काम में जुटी हैं।

प्रभावित राज्यों में स्थिति सामान्य करने के लिए व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। एनडीआरएफ के सभी कर्मी राहत कार्यों के बीच कोविड-19 दिशानिर्देशों का भी सख्ती से पालन कर रहे हैं।

एनडीआरएफ के महानिदेशक एस. एन. प्रधान ने कहा, वर्तमान कोविड-19 परिदृश्य में चक्रवात से निपटना एक बड़ी चुनौती है और इसके लिए उच्च स्तर की विशेषज्ञता और अनुशासन की आवश्यकता है।

प्रधान ने आश्वासन दिया कि एनडीआरएफ सबसी बुरी स्थिति के लिए भी तैयार है, हालांकि उसे सबसे अच्छे की उम्मीद है और उसके सदस्य स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।

–आईएएनएस

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