प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि मैसूर सामूहिक दुष्कर्म मामले में आरोपियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने में दिलचस्पी दिखाने वाली सत्तारूढ़ भाजपा सरकार इस मामले से आंखें मूंद रही है।
हिरेहल्ली में छोटासाबरपाल्या के पास एक पहाड़ी पर मवेशी चराने गई जयलक्ष्मी (34) की हत्या कर दी गई। प्रारंभिक जांच में उसके साथ दुष्कर्म होने की बात सामने आई है। उसके परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पहाड़ी पर बार-बार आने वाले युवाओं के एक गिरोह ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी। घटना 24 अगस्त को हुई थी, लेकिन दुष्कर्म की पुष्टि बाद में हुई।
हालांकि, पुष्टि की पुष्टि होने के बाद भी पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है या मामले में कोई प्रगति नहीं की है।
मामले की जांच कर रही क्यातसंद्रा पुलिस ने बताया कि मामले की जांच के लिए 25 पुलिस अधिकारियों को लगाया गया है। पुलिस ने कहा, हमें मामले में एक छोटा सा सुराग भी नहीं मिल रहा है।
तुमकुरु में अग्निवंश क्षत्रिय समुदाय के हजारों लोगों ने जिला आयुक्त कार्यालय तक जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि पुलिस आरोपी को पांच सितंबर से पहले गिरफ्तार कर ले।
प्रदर्शनकारियों ने कहा, सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए, जैसे उन्होंने मैसूर सामूहिक दुष्कर्म मामले से निपटा है।
तुमकुरुन ग्रामीण विधायक गौरीशंकर ने कहा कि राज्य सरकार ने जयलक्ष्मी के दुष्कर्म और हत्या के मामले को गंभीरता से नहीं लिया है।
उन्होंने कहा, एक विवाहित महिला जो मवेशी चराने गई थी, उसके साथ दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। लेकिन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई या गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देने की जहमत नहीं उठाई।
–आईएएनएस
एसजीके