उनके कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि नायडू ने भारत और दुनिया में लोगों की शांति, समृद्धि और कल्याण के लिए प्रार्थना की।
पारंपरिक लुंगी पहने नायडू ने स्वर्ण ध्वज स्तम्भम (पवित्र स्तंभ) पर हाथ जोड़कर प्रार्थना की।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के कार्यकारी अधिकारी जवाहर रेड्डी और मंदिर के वरिष्ठ पुजारी दोल्लार शेषाद्री उपराष्ट्रपति के साथ मौजूद थे।
अधिकारी नायडू के परिवार को मंदिर के चारों ओर ले गए और मंदिर परिसर के अंदर दीवार पर बने कुछ प्राचीन नक्काशी के महत्व के बारे में बताया।
बाद में रेड्डी और शेषाद्री ने नायडू और उनके परिवार को देवता की तस्वीर भेंट की।
नायडू के साथ उनकी पत्नी उषा नायडू और परिवार के अन्य सदस्य थे, जिन्होंने बाद में एक ग्रुप फोटो खिंचवाई।
अपनी मंदिर यात्रा पूरी करने के बाद वह गुजरात में सूरत के लिए रवाना हो गए।
–आईएएनएस
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