सबसे खूनी होने के अलावा, शुक्रवार पिछले एक महीने में अफगान राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बलों (एएनडीएसएफ) के लिए सबसे व्यस्त दिनों में से एक था।
मीडिया रिपोटरें में कहा गया है कि तालिबान ने हेरात प्रांत में प्रवेश किया और इसी नाम की राजधानी शहर के अंदर अफगान सरकारी बलों की चौकियों पर हमले शुरू कर दिए।
शहर के हवाई अड्डे और शहर में संयुक्त राष्ट्र के मुख्य परिसर पर रॉकेट चालित हथगोले और गोलियों से हमला किया गया।
विश्व निकाय ने कहा कि, सरकार विरोधी तत्वों ने रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड और गोलियों के साथ स्पष्ट रूप से चिह्न्ति संयुक्त राष्ट्र सुविधा के प्रवेश द्वारों को निशाना बनाया, जब तालिबान लड़ाके हेरात शहर में घुस गए और यूएनएएमए के प्रांतीय मुख्यालय के पास अफगान सुरक्षा बलों से भिड़ गए।
इस हमले में एक अफगान सुरक्षा गार्ड की मौत हो गई थी।
इस बीच, गृह मंत्रालय ने कहा कि यूएनएएमए ने अभियान शुरू किया जिसके दौरान आतंकवादियों को पीछे धकेल दिया गया और गुजारा जिले पर फिर से कब्जा कर लिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा है कि अमेरिकी सेना ने भी हेरात में अफगान सरकारी बलों के समर्थन में हवाई हमले किए।
शुक्रवार को सुरक्षा अभियानों के दौरान 226 तालिबान विद्रोही मारे गए थे।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कुनार, पक्तिया, मैदान वर्दक, कंधार, हेरात, जवज्जन, हेलमंद, बगलान और काबुल में मौतें हुई हैं।
इन घटनाओं के दौरान, 130 अन्य तालिबान घायल हो गए और बड़ी संख्या में उनके हथियार नष्ट हो गए।
पिछले 24 घंटों में, सुरक्षा बलों ने कई प्रांतों में असुरक्षित क्षेत्रों से 15 तालिबान-खानों का भी खुलासा किया है और उन्हें निष्क्रिय कर दिया है।
–आईएएनएस
एसएस/एएनएम