तलेगांव में यात्रियों का रेलरोको आंदोलन

पिंपरी: एक्सप्रेस ट्रेनों को रास्ता खुला करने के लिए लोकल ट्रेनों को रोके रखने और इसके चलते आधा घंटे तक विलंब होने से आक्रोशित यात्रियों ने बुधवार की सुबह रेलरोको आंदोलन किया। तकरीबन आधा घंटे तक रेलरोको करने के बाद आक्रोशित यात्रियों ने तलेगांव रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर का घेराओ किया। अचानक हुए आंदोलन से रेलवे अधिकारी व पुलिस कर्मचारियों के होश उड़ गए। यात्रियों ने उनके साथ धक्कामुक्की करने की भी कोशिश की, हांलाकि रेलवे पुलिस कर्मियों ने हालात पर काबू पा लिया।

पुणे- लोनावला रेलमार्ग पर हमेशा से एक्सपे्रस ट्रेनों को प्राथमिकता दी जाती रही है, इसके लिए लोकल ट्रेनों को कईयों बार स्टेशनों पर रोके रखा जाता है। इससे अपने कामकाज के गंतव्य तक पहुंचने में नौकरीपेशा, कारोबारियों, विद्यार्थियों को देरी होती है। पिछले सप्ताह भर से तो लोकल ट्रेनों की समयसारिणी पूरी तरह से चरमरा गई है। बुधवार को सुबह 8.48 बजे तलेगांव स्टेशन पहुंचनेवाली लोकल 15 मिनट देरी से आने की घोषणा की गई। यह ट्रेन 9.15 बजे के करीब यहां पहुंची, इसके बाद दो एक्सप्रेस ट्रेनों को रास्ता देने के लिए लोकल रोके रखी गई।

लोकल ट्रेन तकरीबन आधा घंटे तक स्टेशन पर ही रोके रखे जाने से यात्रियों का पारा चढ़ गया। चेन खींच कर लोकल रोक दी गई और रेलवे ट्रैक पर बैठकर रेल रोको आंदोलन किया गया। रेल प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते हुए 70-80 यात्रियों की भीड़ सीधे स्टेशन मास्टर के दफ्तर में घुस गई। यहां टेबल पर हाथ पीटते हुए स्टेशन मास्टर सुरेश मीणा का घेराओ किया गया। अचानक हुए इस पूरे वाकए से रेल अधिकारी व कर्मचारियों के होश उड़ गए। रेल प्रबंधक से चर्चा कर आगे से लोकल के टाईमटेबल का कड़ाई से पालन करने का भरोसा दिलाया, इसके बाद यात्रियों का गुस्सा शांत हो सका और दस बजे के करीब यह लोकल पुणे रवाना हो सकी।