तमिलनाडु : लैंडर विक्रम से संपर्क स्थापित करने के लिए विशेष प्रार्थना

चेन्नई, 9 सितम्बर (आईएएनएस)| चंद्रयान-2 के मून लैंडर विक्रम के साथ भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी का संपर्क स्थापित किए जाने के लिए तमिलनाडु के तंजावुर जिले के चंद्रनार मंदिर में चंद्र देव (चंद्रन) से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष ‘अभिशेकम’ का आयोजन किया गया। मंदिर के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

चंद्रनार मंदिर या श्री कैलाशनाथर मंदिर के प्रबंधक वी. कनन ने कहा, “हमने सुबह चंद्रन से आशीर्वाद लेने के लिए विशेष अभिषेकम किया, ताकि विक्रम के साथ संचार संपर्क स्थापित हो जाए।”

उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि विक्रम के साथ कुछ समस्या हुई।

उनके अनुसार, सोमवार भगवान चंद्रन के लिए विशेष दिन है। चंद्रन को तमिल में ‘थिंगल’ कहा जाता है और तमिल में सोमवार ‘थिंगल’ होता है।

इससे पहले सात सितंबर को, विक्रम का चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में सॉफ्ट लैंडिंग के वक्त संपर्क टूट गया था।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) ने आठ सितंबर को कहा कि उसने चांद के सतह पर मून लैंडर विक्रम को खोज निकाला है।

एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया, “लैंडर संभवत: चंद्रमा की सतह से टकराया और वह थोड़ा झुक गया है।”

उन्होंने यह भी कहा कि इस बात की संभावना है कि लैंडर टकराने की वजह से टूट गया होगा।

ये तस्वीरें भारत के चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने ली हैं, जो चांद का चक्कर लगा रहा है।

इसरो ने कहा था, “ऑर्बिटर का कैमरा अबतक चांद के मिशन पर भेजा गया उच्चतम रिजॉल्यूशन वाला कैमरा है और यह वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।”

कनन ने कहा कि 2008 में चंद्रयान-1 की सफलता के लिए भी एक विशेष पूजा किया गया था।

कनन ने कहा, “हमने 15 जुलाई से पहले कोई विशेष पूजा नहीं की थी, जब चंदयान-2 को पहले लांच किया जाना था। कुछ तकनीकी समस्या की वजह से लांच को टाल दिया गया था।”

कनन ने कहा, “हमने सोचा की चंद्र देवता की पूजा नहीं करने की वजह से तकनीकी समस्या उत्पन्न हुई है। इसलिए 22 जुलाई को चंद्रयान-2 के लांच से पहले, विशेष प्रार्थना ‘अभिषेकम’ और ‘आनंधनम’ का आयोजन किया गया था।”

उन्होंने कहा कि विक्रम के चंद्रमा की सतह पर उतरने से पहले मंदिर में छह सितंबर को विशेष प्रार्थना और ‘अभिषेकम’ का आयोजन किया गया था।