चेन्निथला ने कहा कि जब से मैंने इस गलत सौदे को सामने लाया है, जो केरल के समुद्र को अमेरिकी फर्म को बेचने के अलावा कुछ भी नहीं है, मुझे साजिशकर्ता समझा गया और मुझ पर हमला किया गया।
चेन्निथला ने कहा, मैं विजयन को चुनौती देता हूं कि वह इस मामले में व्यापक जांच के आदेश दें। मुझे इसका सामना करने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन क्या आप (विजयन) इसका सामना करेंगे?
चेन्निथला ने कहा है कि केरल की बेशकीमती मत्स्य संपदा अमेरिकी कंपनी – ईएमसीसी को थाली में परोस दी गई है। यह अमेरिकी कंपनी भारत में भी अपना कारोबार करती है। हालांकि विजयन ने आश्वासन दिया था कि ऐसा कुछ भी नहीं किया जाएगा जिससे राज्य के मछुआरों के हितों पर असर पड़े।
चेन्निथला ने कहा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। केवल एक चीज जो मैंने की है वह यह है कि मैंने इस सौदे को सार्वजनिक किया है। विजयन भले ही अनभिज्ञता का दावा कर रहे हों, लेकिन सच्चाई तो यह है कि उन्होंने अपने आधिकारिक निवास पर अमेरिकी फर्म के सीईओ के साथ एक बैठक की थी।
उन्होंने आगे कहा कि तीन साल हो गए हैं और विजयन सरकार इस परियोजना के बारे में बात कर रही है। लेकिन, अजीब बात है कि राज्य विधानसभा को भी इस परियोजना के बारे में अंधेरे में रखा गया है।
–आईएएनएस
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