डीएसके के खिलाफ 2043 करोड़ की ठगी के मामले में चार्जशीट दाखिल

 पुणे समाचार ऑनलाइन

निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार पुणे के मशहूर बिल्डर डीएसके यानी डीएस कुलकर्णी व उनकी पत्नी हेमंती के खिलाफ पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गुरुवार को चार्जशीट दाखिल की। पुलिस के चार वाहनों में 36 हजार 875 पन्नों की यह चार्जशीट विशेष न्यायाधीश जे. टी. उत्पात की अदालत के समक्ष पेश की गई, जिसमें कुलकर्णी दंपति ने 2043 करोड़ की धोखाधड़ी किये जाने की जानकारी शामिल है।

बीते दिन डीएसके की पुत्री सई, दामाद केदार वांजपे, उनकी कंपनी के सीईओ धनन्जय पाचपोर की गिरफ्तारी के बाद डीएसके की कंपनी के वित्त विभाग के मुख्य अधिकारी विनयकुमार बड़गंडी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। निवेशकों के साथ ठगी के इस मामले में डीएसके दंपति पहले से ही पुलिस की हिरासत में है। विशेषज्ञ लेखापालों की मदद से आर्थिक अपराध शाखा उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में जुटी थी।

इसमें डीएसके के पूरे आर्थिक कारोबार, बैंक एकाउंट, कंपनियों और निवेशकों से जमा किये गए पैसों व उसके गबन की जानकारी जुटाई गई। पुणे पुलिस आयुक्त रश्मी शुक्ला, सह पुलिस आयुक्त रविंद्र कदम, उपायुक्त सुधीर हिरेमठ के मार्गदर्शन मेंं आर्थिक अपराध शाखा के सहायक आयुक्त निलेश मोरे और उनकी टीम ने यह चार्जशीट तैयार की। इसे गुरुवार को विशेष न्यायाधीश जे. टी. उत्पात की अदालत में सहायक पुलिस आयुक्त नीलेश मोरे ने पेश किया।

डीएसके दंपति फिलहाल येरवडा जेल में है, उन्होंने विशेष अदालत में ज़मानत के लिए अर्जी दी है, जिसपर फैसला होना बाकी है। 36 हजार 875 पन्नों की चार्जशीट में डीएसके दंपति द्वारा की गई ठगी का आकंड़ा 2043 करोड़ रुपये तक पहुंचा है। बीते दिन डीएसके की पुत्री, दामाद और कंपनी के सीईओ के बाद आज वित्त विभाग के मुख्य अधिकारी विनयकुमार बड़गंडी को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उन्होंने पुलिस को जानकारी देने में टालमटोल की। इसके चलते उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।