ट्रंप ने भारतीय कारोबारियों के साथ की व्यापारिक मुद्दों पर बातचीत

 नई दिल्ली, 25 फरवरी (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को भारत के नीति निर्माताओं और उद्योगपतियों के साथ व्यापार से जुड़े मुद्दों पर बातचीत की।

 अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने भारत दौरे के दूसरे और आखिरी दिन यहां भारत के नीति निर्माताओं और उद्योगपतियों के साथ संभावित व्यापार, निवेश, बौद्धिक संपदा अधिकार संरक्षण, एच-1बी वीजा समेत भारत की ऊर्जा सुरक्षा के संबंध में बातचीत की।

भारत ने अमेरिका के साथ तीन अरब डॉलर के रक्षा उपकरणों की खरीद का करार किया है जिनमें अमेरिका से हेलीकॉप्टर खरीद शामिल है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता के दौरान ट्रंप ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के साथ मेरी बातचीत का दूसरा अहम मसला द्विपक्षीय आर्थिक संबंध बनाना है जो उचित एवं पारस्परिक हो।”

उन्होंने कहा, “हमारी टीमों ने व्यापक व्यापार करार की दिशा में काफी प्रगति की है और मैं आशावान हूं कि हम ऐसा करार कर सकते हैं जो दोनों देशों के लिए अहम होंगे।”

ट्रंप ने कहा कि उनके राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका द्वारा भारत को होने वाला निर्यात 60 फीसदी बढ़ा है और उच्च गुणवत्तापूर्ण अमेरिकी ऊर्जा के निर्यात में 500 फीसदी का इजाफा हुआ है।

इस समय अमेरिका को भारत अधिक व्यापार करता है और ऐसा माना जाता है कि इसमें कमी लाने पर बातचीत हुई है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत जैसे-जैसे तरक्की के पथ पर अग्रसर होगा इसकी ऊर्जा की जरूरत भी बढ़ेगी।

उन्होंने कहा, “कल, एक्सॉन मोबिल ने भारत में प्राकृतिक गैस वितरण नेटवर्क बढ़ाने के लिए एक करार किया ताकि अमेरिका और ज्यादा एलएनजी भारत को निर्यात कर सके।”

हाल ही में अमेरिका भारत को एलएनजी का बड़ा निर्यातक बनकर उभरा है।

इसके अलावा, ट्रंप ने एलान किया कि अमेरिका भारत में यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की स्थाई मौजूदगी बनाएगा।

दोनों पक्षों ने सुरक्षित 5जी वायरलेस नेटवर्क की अहमियत को लेकर भी बातचीत की।

बाद में ट्रंप ने भारतीय कारोबारियों को अमेरिका में अरबों डॉलर का निवेश कर वहां के कर व विनियमन में कटौती का लाभ लेने का निमंत्रण दिया।

उन्होंने भारत के बड़े कारोबारियों के साथ बातचीत के दौरान यह निमंत्रण दिया। अमेरिकी दूतावास में आयोजित राउंड टेबल कार्यक्रम में भारत के जिन कारोबारियों ने हिस्सा लिया उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के मुकेश अंबानी, आदित्य बिरला समूह के कुमार मंगलम बिरला और टाटा समूह के एन. चंद्रशेखरन शामिल थे।