टेस्ट के रूप में केवल दिन-रात टेस्ट नहीं होना चाहिए : कोहली

कोलकाता, 21 नवंबर (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट को केवल दिन-रात टेस्ट के प्रारूप में ही नहीं खेला जाना चाहिए।

भारतीय क्रिकेट टीम बांग्लादेश के साथ शुक्रवार से यहां ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले जाने वाले पहले ऐतिहासिक दिन-रात टेस्ट मैच को जीतकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी।

कोहली ने मैच की पूर्वसंध्या पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, “केवल यही टेस्ट क्रिकेट खेलने का तरीका नहीं होना चाहिए। तब, सुबह के पहले सेशन में होने वाली घबराहट को आप खो बैठेंगे। आप टेस्ट क्रिकेट में रोमांच ला सकते हैं, लेकिन आप टेस्ट क्रिकेट को केवल मनोरंजन के रूप में नहीं ले सकते।”

उन्होंने कहा, “टेस्ट क्रिकेट का आनंद तब आता है जब बल्लेबाल एक सेशन में खुद को बचाए रखने की कोशिश करता है और गेंदबाज उसे आउट करने की कोशिश करता है। अगर लोग इस पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते तो यह बहुत बुरा है। अगर मुझे टेस्ट क्रिकेट पसंद नहीं है तो आप मुझे इसे पसंद करने के लिए मजबूर नहीं कर सकते।”

कोहली ने कहा, “जो लोग सेशन में बल्ले और गेंद के बीच प्रतिस्पर्धा का आनंद लेते हैं, मेरे विचार से उन लोगों को आना चाहिए और मैच देखना चाहिए क्योंकि वे समझते हैं कि क्या चल रहा है।”

कप्तान ने कहा, “हां, सही है कि टेस्ट क्रिकेट के लिए अधिक माहौल बनाना अच्छा है। आप देखिए कि यहां (कोलकाता में) तीन-चार दिन के टिकट पूरी तरह बिक चुके हैं जोकि शानदार है।”

कोहली के नेतृत्व में भारत ने 2018 में एडिलेड में आस्ट्रेलिया के खिलाफ दिन-रात टेस्ट मैच खेलने से मना कर दिया था।

यह पूछे जाने पर कि अब उनकी सोच में क्यों बदलाव आया है, कोहली ने कहा, “हम पिंक बॉल को महसूस करना चाहते थे। इसे एक न एक दिन होना ही था। आप एक बड़े दौरे पर बिना तैयारी के पिंक बॉल के साथ नहीं खेल सकते हैं। हमने कोई प्रैक्टिस मैच भी पिंक बॉल के साथ नहीं खेला है। इसलिए हम चाहते थे कि घरेलू परिस्थितियों में सबसे पहले पिंक बॉल के साथ खेला जाए।”