टिकरी बॉर्डर पर किसान मुश्किलों के सामने डटकर खड़े

नई दिल्ली, 6 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर टिकरी में धरने पर बैठे किसानों का मानना है कि मुश्किलें उनके लिए बाधा नहीं बन सकती और वह अपनी मांग को लेकर प्रतिबद्ध हैं।

आईएएनएस से बात करते हुए, हरियाणा के फतेहाबाद जिले के किसान मंजीत सिंह ने कहा, 74 दिन हो गए हैं, जब हम इस ठंड के मौसम में अपने परिवारों के साथ विरोध प्रदर्शन पर बैठे हैं। हमें उम्मीद है कि मोदी सरकार इन तीन कृषि कानूनों को वापस ले लेगी।

स्पष्ट रूप से, किसान अपने लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध हैं और अत्यधिक ठंड के बावजूद, किसानों को बाहर खुले में बैठने से गुरेज नहीं है।

भारतीय किसान यूनियन एकता के एक और किसान, भटिंडा निवासी बलजिंदर सिंह ने आईएएनएस को बताया, हम पानी की कमी, इंटरनेट के निलंबन और ट्रेनों की अनुपलब्धता जैसी कई कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद, अपनी मांगों को स्वीकार करवाने में निश्चित रूप से सफल होंगे।

दासोंडा समूह से संबंधित और पंजाब के मनसा जिले के निवासी दर्शन सिंह ने कहा, हम अपने रास्ते में आने वाली समस्याओं का सामना करेंगे, लेकिन कृषि कानून निरस्त होने पर ही घर लौटेंगे।

–आईएएनएस

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