जैविक खाद्य महोत्सव से महिला उद्यमियों को मिलेगा बढ़ावा : मंत्री

 नई दिल्ली, 13 फरवरी (आईएएनएस)| खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के मकसद से देश की राजधानी दिल्ली में 21 फरवरी से तीन दिवसीय ‘राष्ट्रीय जैविक खाद्य महोत्सव’ का आयोजन होने जा रहा है।

  इस खाद्य महोत्सव की जानकारी देते हुए गुरुवार को केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि जैविक खाद्य महोत्सव का अयोजन खासतौर से महिला उद्यमियों के लिए किया जा रहा है जिससे उनके द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पादों के लिए नया बाजार और उपभोक्ता मिल सके।

हरसिमरत कौर बादल ने आईएएनएस के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “कृषि के क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों में 42 फीसदी औरतें ही होती हैं जबकि उनके नाम जमीन बमुश्किल से दो फीसदी है और वे किसान कहलाती हैं। ऐसे में वे मेहनत करती हैं, लेकिन उनको मेहनत का जितना फल मिलना चाहिए उतना नहीं मिलता है। इसलिए यह जैविक फूड फेस्टिवल का आयोजन हम खास महिला उद्यमियों के लिए करने जा रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि महिला उद्यमियों के लिए यह एक ऐसा प्लेटफार्म होगा जिसके जरिए उनके बनाए उत्पादों को नया बाजार मिलेगा और उन वस्तुओं की मांग बढ़ेगी।

केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से जैविक खाद्य महोत्सव का आयोजन 21-23 फरवरी को नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में किया जा रहा है, जिसमें देश के 24 राज्यों से उद्यमी एवं स्वयं सहायता समूह हिस्सा ले रहे हैं।

मंत्री ने कहा कि भारत का जैविक खाद्य कारोबार 2025 तक 75,000 करोड़ रुपये तक हो जाने की उम्मीद है और इस महोत्सव का मकसद जैविक खाद्य वस्तुओं के बाजार का विस्तार करना और महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन देना है।

केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि भारत ने 2017-18 में 170 लाख टन प्रमाणित जैविक उत्पादों का उत्पादन किया जिनमें तिलहन, गन्ना, अनाज, मोटा अनाज, कपास, दलहन, ओषधि वाले पौधे, चाय, मसाले, मेवा, सब्जियां और कहवा शामिल हैं।

मंत्रालय ने बताया कि भारत के जैविक खाद्य सेगमेंट की सालाना उत्तरोत्तर वृद्धि (सीएजीआर)दर 2016-21 के दौरान 10 फीसदी रहने की उम्मीद है।