जेटली ने भारत को विश्व की सबसे तेज अर्थव्यवस्था बनाया : शाह

नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)| केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को पूर्व वित्त और रक्षा मंत्री अरुण जेटली के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे अपनी व्यक्तिगत क्षति बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल (2014-19) के दौरान भारत को विश्व की सबसे तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था बनाने में उनके योगदान को याद किया। शाह ने श्रंखलाबद्ध ट्वीट में कहा, “अरुण जेटली के निधन से अत्यन्त दु:खी हूं। जेटली जी का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है, बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है, जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षो तक प्राप्त होता रहा।”

शनिवार दोपहर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में जेटली के निधन के तुंरत बाद शाह ने यह टिप्पणी की। जेटली नौ अगस्त से अपस्ताल में भर्ती थे।

जेटली संग काम करने के अपने अनुभव को याद करते हुए शाह ने कहा, “खुशमिजाज व्यक्तित्व वाले जेटली जी से मिलना और उनसे विचार-विमर्श करना सभी के लिए एक सुखद अनुभव होता था। आज उनके जाने से देश की राजनीति और भारतीय जनता पार्टी में एक ऐसी रिक्तता आई है, जिसकी भरपाई होना जल्द संभव नहीं है।”

शाह ने उनके अनोखे अनुभव और दुर्लभ योग्यता के बारे में कहा, “अपने अद्वितीय अनुभव और क्षमता से अरुण जी ने संगठन और सरकार में विभिन्न दायित्वों का निर्वाह किया। एक प्रखर वक्ता और समर्पित कार्यकर्ता अरुण जी ने देश के वित्तमंत्री, रक्षामंत्री और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों को पूरी कुशलता से निभाया।”

उन्होंने आगे लिखा, “मोदी सरकार के 2014-19 के कार्यकाल के दौरान देश के वित्तमंत्री के रूप में उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी और मोदी जी की गरीब कल्याण की परिकल्पनाओं को जमीन पर उतारा और हिंदुस्तान को विश्व की सबसे तेज गति से वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में प्रतिष्ठित किया।”

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “काले धन पर कार्रवाई की बात हो, एक देश-एक कर ‘जीएसटी’ के स्वप्न को साकार करने की बात हो, विमुद्रीकरण की बात हो या आम आदमी को राहत पहुंचाने की बात, उनके हर निर्णय में देश और देश की जनता का कल्याण निहित था। देश उन्हें उनके अत्यन्त सरल एवं संवेदनशील व्यक्तित्व के लिए सदैव याद रखेगा।”

अंत में उन्होंने लिखा, “मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवार को यह वियोग सहन करने की शक्ति दें। ओम शांति शांति शांति।”