जीडीपी वृद्धि दर गिरने पर सोशल मीडिया पर सरकार आलोचना

नई दिल्ली, 30 नवंबर (आईएएनएस)| भारत की जीडीपी विकास दर 2019-20 की दूसरी तिमाही में गिरकर 4.5 प्रतिशत हो गई है, जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने सरकार पर निशाना साधा है। वृद्धि दर को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से कई सरकारी उपायों के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है। दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर छह साल में सबसे कम हो गई है। ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म्स पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

एक यूजर ने लिखा, “निर्मला ताई ने कहा कि यह सिर्फ इकॉनोमिक स्लोडाउन है, और मंदी के कोई आसार नहीं हैं। यह ठीक उसी तरह है, जैसे हीरा ठाकुर (फिल्म सूर्यवंशम का किरदार) जहर वाली खीर खाकर भले ही मरने वाला था, लेकिन इस बहाने उसकी भूख तो मिटी थी।”

दूसने ने लिखा, “हम जीडीपी विकास दर का क्या करेंगे, जब यहां इतनी गरीबी-प्रदूषण जैसे विषय हैं। लोग अब जीडीपी विकास दर को लेकर चिंता दिखा रहे हैं। उन्हें मोदी और उनके समर्थकों की तरह मान लेना चाहिए कि भारत हमेशा बढ़ाता ही रहेगा और चिंता का विषय अब सिर्फ पुनर्वितरण है।”

अन्य ने लिखा, “मार्च 2013 के बाद से जीडीपी विकास दर अब पांच प्रतिशत से घटकर 4.5 प्रतिशत हो गई है। मिनम्मा, एराम है न! संभाल लेगा जी।”