संगोष्ठी में ली खछ्यांग ने कहा कि इस साल चीन की आर्थिक स्थिति आम तौर पर स्थिर रही और पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर हुई है। लेकिन साथ ही हमें यह देखना होगा कि हालिया जटिल अंतर्राष्ट्रीय वातावरण से नई अनिश्चितता पैदा हुई है। घरेलू आर्थिक बहाली भी असंतुलित हुई है। चीन को व्यापक रूप से आर्थिक परिस्थिति का विश्लेषण कर विश्वास मजबूत करना चाहिए और मुसीबतों का सही ढंग से निपटारा करना चाहिए।
उन्होंने कहा, चीन घरेलू और विदेशी आर्थिक परिस्थिति के परिवर्तन के मुताबिक, अर्थतंत्र ही समग्र नियंत्रण करेगा, ढांचागत कर कटौती आदि नीतियों का कार्यान्वयन करेगा। चीन प्रमुख इकाइयों, खास तौर पर छोटे व लघु उद्यमों और निजी व्यापारियों की वित्तीय सेवा को अच्छी तरह संचालित करेगा, ताकि और अधिक पूंजी यथार्थ आर्थिक इकाइयों में प्रवेश कर सके और बाजार का पुनरुत्थान करने में मदद मिले।
ली खछ्यांग ने आगे कहा कि चीन सुधार और खुलेपन को आगे बढ़ाएगा, व्यापारिक माहौल को श्रेष्ठ बनाएगा। चीन न्यायपूर्ण निगरानी से निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा करने को प्रेरित करेगा। चीन विदेशी व्यापार और विदेशी पूंजी को स्थिर बनाएगा, चीनी मुद्रा आरएमबी के उचित और संतुलित स्तर पर स्थिरता बनाएगा और उद्योग श्रृंखला और सप्लाई श्रृंखला की स्थिरता और सुरक्षा को बरकरार रखेगा।
(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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