चित्रकूट की बंदूक संग तोप भी लाएगी रोजगार : योगी

चित्रकूट, 13 सितंबर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां शुक्रवार को कहा कि अब यहां बंदूक संग तोप रोजगार लाएगी। सीमा पर यहां बनी तोप गरजेगी। बुंदेलखंड के जवान सीमा पर डटे रहते हैं, इसीलिए यहां डिफेंस कॉरिडोर लाया गया। योगी आदित्यनाथ ने आज चित्रकूट में 182 करोड़ रुपये की 70 परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के मौके पर उन्होंने कहा कि जहां पहले कहा जाता था कि जिनके पास बंदूक नहीं होगी, उनके घर में शादी नहीं होगी। अब यहां तो बंदूक बनने की फैक्ट्रियां लगेंगी। डिफेंस कॉरिडोर में बड़े-बड़े उद्योग संचालित होंगे। यहां की बनी बंदूक और तोप के माध्यम से रोजगार आएगा। दो माह के अंदर बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरिडोर व बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का काम शुरू हो जाएगा। इससे रोजगार व विकास के अवसर बढें़गे और पलायन रुकेगा।

उन्होंने कहा, “प्रयागराज की तरह ही हम चित्रकूट का भी कायाकल्प करेंगे। पर्यटन की विभिन्न योजनाओं से यहां के पौराणिक और ऐतिहासिक स्थलों के सुंदरीकरण के कार्य को हम आगे बढ़ाने जा रहे हैं। राजापुर में स्थित महर्षि वाल्मीकि के आश्रम के सुंदरीकरण काम जारी है। जल्द ही दिल्ली और प्रयागराज आना-जाना आप लोगों के लिए और भी आसान होगा।”

भगवान श्रीराम की तपोस्थली पर मुख्यमंत्री ने कहा, “विभिन्न विभागों की इन योजनाओं के माध्यम से हम लोग धीरे-धीरे ना केवल यहां के समग्र विकास की बेहतर तस्वीर प्रस्तुत कर पाएंगे, बल्कि आमजन के जीवन में खुशहाली भी ला सकेंगे।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक भारत और श्रेष्ठ भारत एवं देश की एकता और अंखडता के लिए कश्मीर से धारा 370 समाप्त की गई है। यह धारा आतंकवाद की जननी थी। प्रधानमंत्री मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह ने इस धारा को खत्म कर आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोक दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कायाकल्प योजना के माध्यम से अब गरीबों के बच्चे को भी अच्छी यूनिफॉर्म और जूता-मोजा पहनने का हक मिला है। इस योजना के माध्यम से बेसिक शिक्षा विभाग के सभी विद्यालयों को कान्वेंट चित्रकूट आदिकाल से धर्म का केंद्र रहा है। यहां से धर्म की गंगा बहती है।

उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। बुंदेलखंड क्षेत्र में पानी की समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने 9 हजार करोड़ पास किए हैं। हमारी प्राथमिकता है कि घर-घर तक पानी पहुंचाया जाए। जल्द ही सिंचाई की समस्या भी दूर होगी।