घायल जूनियर को पीठ पर लाद दौड़े आधा किलोमीटर, पूरी की रेस

पुणे समाचार:

डिफेंस अकैडमी में सैनिक सिर्फ देश की रक्षा के लिए ही तैयार नहीं होते हैं, बल्कि उनमें जीत और हार से परे आपसी सहयोग और एकता की भावना भी कूट-कूट कर भरी होती है। ऐसी ही एक मिसाल उस वक्त देखने को मिली जब एनडीए के एक कैडेट ने क्रॉस कंट्री रेस के दौरान घायल हो गए अपने एक जूनियर को पीठ पर लाद कर आधे किलोमीटर की दौड़ लगाते हुए रेस पूरी की।

एनडीए के एक अधिकारी ने बताया, ‘दोनों ही कैडेट्स इको स्क्वॉड्रन से हैं। छठें और फाइनल टर्म आर्मी कैडेट चिराग अरोड़ा ने रेस के दौरान देखा कि उनके जूनियर देवेश जोशी घायल हो गए हैं। अरोड़ा ने जोशी को अपनी पीठ पर लाद 500 मीटर तक दौड़े और अपनी रेस 55 मिनट में पूरी की। अकैडमी की तरफ से हर 6 महीने में क्रॉस कंट्री रेस का आयोजन किया जाता है। इसमें पहले टर्म के कैडेट्स को छोड़ अन्य सभी का भाग लेना जरूरी होता है।

रेस के दौरान चिराग यह नहीं चाहते थे कि उनके स्क्वॉड्रन कैडेट अपने अंक गंवाए। वह चाहते थे कि दोनों एक साथ ही फीनिश करें। अकैडमी जॉइन करते समय एक कैडेट को 18 में से एक स्क्वॉड्रन अलॉट किया जाता है। मिलिट्री ट्रेनिंग के 3 सालों के दौरान किसी भी कैडेट के लिए घर जैसा होता है। प्रतिष्ठित इंटर स्क्वॉड्रन चैंपियनशिप ट्रॉफी सबसे बेहतर स्क्वॉड्रन को दिया जाता है। यह टीम वर्क और टीम स्पिरिट को दर्शाता है, इसलिए हर स्क्वॉड्रन के लिए यह रेस महत्वपूर्ण होता है।’