गोटाबाया राजपक्षे संग चुनावी समझौते पर हस्ताक्षर करेगी एसएलएफपी

कोलंबो, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)| श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की अगुवाई वाली श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) शनिवार को श्रीलंका के पोडुजना पेरामुना (एसएलपीपी) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार गोटाबाया राजपक्षे को चुनाव प्रचार में समर्थन देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगी। कोलंबो से प्रकाशित होने वाले डेली फायनेंशियल टाइम्स ने एसएलएफपी के हवाले से बताया कि एमओयू यह सुनिश्चित करने के लिए होगा कि पूर्व रक्षामंत्री राजपक्षे अगर 16 नवंबर के चुनाव में राष्ट्रपति निर्वाचित होते हैं तो सरकार बनाने को लेकर एसएलएफपी की शर्ते उन्हें माननी होंगी।

एसएलएफपी के महासचिव सांसद दयासिरी जयशेखरा ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा कि यह एमओयू एसएलएफपी समर्थकों के बीच इस विश्वास को मजबूत करेगा कि पार्टी की पहचान कायम रहेगी।

एसएलएफपी और एसएलपीपी ने 10 अक्टूबर को राजपक्षे के चुनाव अभियान में समर्थन देने के लिए एक अलग समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे।

राजपक्षे को समर्थन देने के एसएलएफपी के फैसले के बाद, राष्ट्रपति सिरिसेना ने तटस्थ रहने का फैसला किया है।

राजपक्षे का समर्थन करने के एसएलएफपी के फैसले के जवाब में, पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा ने एक बयान जारी कर इस कदम की आलोचना की और अपने ही उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारने के लिए पार्टी को जिम्मेदार ठहराया।

सत्तारूढ़ यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के सांसदों अथुरालिये रत्ना और विजयदासा राजपक्षे ने भी गोटाबाया राजपक्षे को समर्थन देने का वादा किया है।

रिकॉर्ड 35 उम्मीदवारों ने अब तक 16 नवंबर के चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है।

यह द्वीपीय राष्ट्र का आठवां राष्ट्रपति चुनाव होगा। जनवरी 2020 में सिरिसेना का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।