गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ), जिसे अमूल के नाम से जाना जाता है, आने वाले दिनों में पूरे राज्य के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में इस पायलट प्रोजेक्ट की नकल करेगा।
लगभग 4000 लोगों की आबादी वाला एक छोटा सा गांव आनंदपार प्रतिदिन लगभग 2,000 लीटर दूध खरीदता है।
राजकोट जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड के तहत गोपाल डेयरी से संबद्ध आनंदपार ग्राम डेयरी सहकारी समिति के सचिव द्वारा फिंगर स्कैनर वाली इलेक्ट्रॉनिक डेटा कैप्चर (ईडीसी) मशीन से नकदी निकालने के बाद अपनी तरह की पहली सेवा शुरू की गई।
इस नई सुविधा से दूरदराज के क्षेत्रों में ऐसे डेयरी किसान, जिनके पास एटीएम की उचित सुविधा नहीं है, वे माइक्रो एटीएम का उपयोग करके दूध संग्रह केंद्रों या ग्राम दुग्ध समितियों से पैसे निकाल सकेंगे।
राजकोट डेयरी के अध्यक्ष गोरधनभी धमालिया ने आनंदपार में सुविधा का उद्घाटन करते हुए कहा, अब कोई भी सदस्य मिल्क सोसाइटी का दौरा कर सकता है और अमूल माइक्रो एटीएम के माध्यम से पैसे निकाल सकता है। यह डेयरी किसानों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि उन्हें अब दूर के बैंकों का दौरा करने की आवश्यकता नहीं है। महामारी की स्थिति के बीच लेनदेन भी सुरक्षित हैं।
–आईएएनएस
एसजीके