21-तोपों की यह सलामी 223 फील्ड रेजिमेंट की सेरेमोनियल बैटरी द्वारा प्रस्तुत की गई, जिसकी कमान लेफ्टिनेंट जितेंदर सिंह मेहता ने संभाली।
घुड़सवार अंगरक्षकों संग पहुंचे राष्ट्रपति का यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया, जो कि पारंपरिक कुर्ता पायजामे में नजर आए और उनके सिर पर गुजरात के जामनगर में बनी एक विशेष पगड़ी भी थी।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने इंडिया गेट के पास पहुंचकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि भी दी।
राष्ट्रीय ध्वज को फहराए जाने के बाद 155 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर से राजपथ और उपस्थित मेहमानों पर फूलों की बौछारें की गई। इन हेलीकॉप्टरों ने एक वाइन ग्लास के आकर में उड़ानें भरीं।
इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी के राजपथ पर गणतंत्र दिवस के जश्न के बीच भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता, सामाजिक और आर्थिक प्रगति का प्रदर्शन किया गया।
राजपथ पर आयोजित इस परेड में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित अन्य कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
इस साल कोविड-19 महामारी के चलते गणतंत्र दिवस के जश्न में मुख्य अतिथि की उपस्थिति नहीं रही। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था, लेकिन महामारी के चलते वह नहीं आ सके।
–आईएएनएस
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