गडचिरोली में दिया जाएगा अहिंसा और शांति का संदेश

यह अभिनव उपक्रम दर्ज होगा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में

पुणे – नक्सलवादी क्षेत्रों में शांति का संदेश देने के उद्देश्य से अहिंसा व शांति संदेश इस उपक्रम का आयोजन किया गया है. जिसमें करीबन 10 हजार से अधिक नागरिक शामिल होंगे, यह उपक्रम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जाएगा. शनिवार 3 मार्च 2018 को सुबह 9 बजे के करीब मुख्यालय गडचिरोली के मैदान पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. यह जानकारी गडचिरोली के पुलिस अधिक्षक माहेश्वरी रेड्डी ने दी.

नक्सलवादी क्षेत्र में काम करनेवाले सामाजिक कार्यकर्ता उदय जगताप, गडचिरोली के उड़ान फाऊंडेशन और लक्ष्मी-नृसिंह पथसंस्था के संयोजन से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. उदय जगताप ने कहा कि समाज में शांति निर्माण करने के लिए विश्वभर से साधु, संत और धर्मगुरुओं द्वारा दिया गया अहिंसा व शांति का संदेश पढ़कर सुनाया जाएगा. इस समय आदिवासी समाज के देव बिरसा मुंडा के वंशज गडचिरोली में आएगें.

यह कार्यक्रम सुरक्षित क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा और इस समय प्रत्येक व्यक्ति को प्रिंट के रिस्टबैंड दिए जाएगें. यह बैंड स्कॅन के जरिए व्यक्ति प्रवेश कर सकता है. साथ ही विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन करके उन्हें बारकोड दिया जाएगा. इस दौरान गडचिरोली के पुलिस अधिक्षक माहेश्वरी रेड्डी पुलिस की ओर से शांति का संदेश देंगे.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के समन्वयक मिलींद वेर्लेकर ने कहा कि गडचिरोली यह नक्सलवादी क्षेत्र हमेशा अशांति के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इस शांति पठन से गडचिरोली के निवासियों को शांति और अहिंसा के मार्ग पर जाने संदेश दिया जाएगा. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पांच रुपए शुल्क लिया जाएगा और जमा धनराशि बिरसा मुंडा के परिवारजनों को मदद स्वरुप में दिया जाएगा.