गडकरी स्मृति दिन पर ब्राम्हण महासंघ के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका

पुणे, साहित्यकार राम गणेश गडकरी की पुण्यतिथि पर संभाजी उद्यान स्थित उनके स्मारक को अभिवादन करने पहुंचे, अखिल भारतीय ब्राम्हण महासंघ के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक दिया। उद्यान के सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें प्रवेश करने से मना किया और पुलिस को इत्तला दी। इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए महासंघ के कार्यकर्ताओं ने माहभर में गड़करी का स्मारक पुर्नस्थापित करने की मांग की साथ ही ऐसा न करने पर महासंघ खुद उनका स्मारक यहां स्थापित करेगा।
गत वर्ष संभाजी उद्यान में राम गणेश गडकरी के स्मारक की तोड़फोड़ करते हुए उद्यान के पीछे नदी पाट में स्मारक को फेंक दिया गया। डेक्कन पुलिस ने इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी की थी। संभाजी ब्रिगेड ने गडकरी के स्मारक का विरोध जताते हुए यहां पर छत्रपति संभाजी महाराज का स्मारक स्थापित करने की मांग की है। आज गड़करी की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा का अभिवादन करने पहुंच ब्राम्हण महासंघ के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक दिया। महासंघ के कार्याध्यक्ष विश्वजीत देशपांडे ने कहा कि, अभिवादन के लिए किसी की अनुमति की कोई जरुरत नहीं है, फिर भी हमें रोका गया।
महापौर ने स्मारक की पुर्नस्थापना की घोषणा की थी, मगर सालभर बाद भी उसकी पूर्तता नहीं हुई। माहभर में स्मारक की पुर्नस्थापना नहीं की गई तो महासंघ खुद इसके लिए पहल करेगा, यह चेतावनी भी उन्होंने दी। बहरहाल अभिनेता अमोल पालेकर, मोहन जोशी समेत पुणे के फिल्म नाट्य, संगीत व सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़ी हस्तियों ने भाजपा को उसकी घोषणा याद दिलाई है, जिसमें पुणे मनपा की सत्ता में आते ही रामगणेश गड़करी स्मारक की पुर्नस्थापना की बात कही गई थी। आज सालभर बाद भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं किए जाने को लेकर कलाकारों, साहित्यकारों व सांस्कृति क्षेत्र में नाराजगी जतायी जा रही है।