खड़गे ने राज्यसभा में दिखाए आक्रामक तेवर

नई दिल्ली, 08 मार्च (आईएएनएस)। राज्यसभा में नव-नियुक्त विपक्ष के नेता (एलओपी) मल्लिकार्जुन खड़गे ने अवकाश के बाद सदन की कार्यवाही के पहले दिन आक्रामक तेवर के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के मुद्दे पर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कार्यवाही के निलंबन के लिए अध्यक्ष को एक नोटिस दिया, लेकिन इसकी अनुमति नहीं दी गई, जिसके बाद विपक्ष ने सदन की कार्यवाही को रोक दिया।

पर्यवेक्षकों ने कहा कि खड़गे की आक्रामकता उनके पूर्ववर्ती गुलाम नबी आजाद के विपरीत है, जो थोड़े नरम थे।

राज्यसभा में बजट सत्र के दूसरे भाग के पहले दिन विपक्ष ने कई बार हंगामा किया, जिससे सदन को स्थगित कर दिया गया। विपक्ष ईंधन में बढ़ोतरी के मुद्दे पर चर्चा चाहता था।

सदन को पहले 11 बजे तक के लिए स्थगित किया गया और जब फिर से कार्यवाही शुरू हुई तो खड़गे ने अपनी पूर्व की मांग को दोहराया। उप सभापति हरिवंश ने कहा कि अध्यक्ष के फैसले पर पुनर्विचार नहीं किया जा सकता है और सदन को फिर से 1 बजे तक स्थगित कर दिया गया। फिर दोपहर 1.15 बजे तक,उसके बाद दोपहर 1.30 बजे तक और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।

इससे पहले, सभापति एम. वेंकैया नायडू ने नियम 267 के तहत कार्यवाही को निलंबित करने की खड़गे के नोटिस को खारिज कर दिया था।

खड़गे ने कहा, देश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है और सरकार ने पिछले छह वर्षों में करों के माध्यम से 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है, और इस मुद्दे पर चर्चा करना बेहद महत्वपूर्ण है।

–आईएएनएस

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