क्या केरल में पहली महिला पुलिस चीफ बनेगी?

सानू जॉर्ज

तिरुवनंतपुरम, 25 जून (आईएएनएस)। पुलिस महानिदेशक बी. संध्या का नाम यूपीएससी की तीन उम्मीदवारों की सूची में आने के बाद केरल में पहली महिला राज्य पुलिस प्रमुख (एसपीसी) पर उनकी नियुक्ति संभव है लेकिन सवाल यह है कि क्या ऐसा संभव होगा या मुख्यमंत्री अपना पसंदीदा कैंडिडेट लाने का कोई और रास्ता खोज लेंगे?

यूपीएससी की लिस्ट गुरुवार देर रात आई।

एसपीसी पोस्ट में कुछ मानदंड शामिल हैं, जैसे राज्य पहले यूपीएससी के योग्य उम्मीदवारों की एक सूची भेजता है, जो फिर मानदंडों के आधार पर सूची को स्क्रीन करता है और तीन नाम को चुनकर वापस भेजता है। राज्य सरकार सूची में से किसी एक को चुन सकती है।

केरल सरकार ने पहले 12 योग्य उम्मीदवारों की एक सूची भेजी थी, जिसमें यूपीएससी द्वारा पहली स्क्रीनिंग के बाद नौ उम्मीदवार बचे थे। यूपीएससी ने सूची में से तीन नामों को चुना, जिसमें सतर्कता के प्रमुख सुधीश कुमार और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, संध्या वर्तमान में अग्निशमन दल की प्रमुख, और अनिल कांत सड़क सुरक्षा आयुक्त शमिल हैं।

इस सूची में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के करीबी माने जाने वाले टोमिन जे. थाचेनकेरी का नाम नहीं है। मुख्यमंत्री स्वयं गृह विभाग संभालते हैं और ठाकरे को इस पद के लिए व्यापक रूप से इत्तला दी गई थी।

विजयन के पास अब यह तय करने के लिए कुछ और दिन बचे हैं कि किसे शीर्ष पद ग्रहण करना चाहिए क्योंकि मौजूदा एसपीसी लोकनाथ बेहरा 30 जून को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।

संयोग से, ऐसे कई तरीके हैं जिनसे विजयन कानूनी रूप से नियमों को दरकिनार कर सकते हैं। अगर वह चाहे तो वह अभी भी थाचेनकेरी को कानून और व्यवस्था के प्रभारी एसपीसी के रूप में पोस्ट कर सकते है और यूपीएससी सूची में तीन में से एक को एसपीसी का पद दे सकते है, जो कि कानून एवं व्यवस्था के प्रमुख घटक है।

अतीत में, ऐसे उदाहरण हैं, जब वरिष्ठता को दरकिनार कर पुलिस अधिकारियों को कानून व्यवस्था का प्रमुख बनाया गया है, जबकि अन्य को एसपीसी का पद दिया गया है।

ये प्रतिष्ठित पद किसे मिलेगा इसका फैसला एक, दो दिन में हो जाएगा।

–आईएएनएस

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