कोरोना वायरस की जांच के लिए भारत-नेपाल सीमा पर 100 से अधिक टीमें तैनात

 नई दिल्ली, 19 फरवरी (आईएएनएस)| कोरोना वायरस की जांच के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत-नेपाल सीमा स्थित 82 अलग-अलग जांच चौकियों पर 100 से अधिक टीमें तैनात की हैं।

 आधुनिक उपकरणों एवं विशेषज्ञों से लैस ये टीमें अभी तक पांच लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग कर चुकी हैं। थर्मल स्क्रीनिंग का यह आंकड़ा एयरपोर्ट व बंदरगाहों पर की गई स्क्रीनिंग से कहीं अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने यहां कहा, “भारत ने कोरोना वायरस की रोकथाम की तैयारी सही समय पर शुरू कर दी थी। हमने विश्व स्वास्थ्य संगठन या चीन की किसी अपील का इंतजार नहीं किया। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए हम किसी अंतर्राष्ट्रीय दिशानिर्देश के इंतजार में भी नहीं रहे। हमने 17 जनवरी से ही व्यापक स्तर पर थर्मल स्क्रीनिंग शुरू कर दी।”

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, नेपाल की सीमा से सटे पांचों भारतीय राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुल 82 स्थानों पर नेपाल से आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग एवं जांच की जा रही है। यहां अभी तक पांच लाख 67 हजार लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग एवं जांच की जा चुकी है। वहीं भारतीय हवाई अड्डों पर करीब सवा तीन लाख और बंदरगाहों पर करीब 7000 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। नेपाल से सटे इन पांचों राज्यों के 21 अलग-अलग जिलों में थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है।

सीमावर्ती इलाकों समेत पूरे देश में संदेह के आधार पर 2654 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें से केवल तीन व्यक्ति ही कोरोना वायरस से ग्रस्त पाए गए हैं। ये तीनों व्यक्ति केरल के रहने वाले हैं और ये सभी चीन के वुहान शहर से भारत लौटे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना वायरस से ग्रस्त केरल के इन तीन रोगियों में से दो व्यक्ति अब स्वस्थ हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।

देशभर में कोरोना वायरस की रोकथाम संबंधी तैयारियों का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्री समूह का गठन किया है। मंत्रियों के अतिरिक्त प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव भी नियमित समीक्षा बैठक कर रहे हैं।

वायरस की रोकथाम को लेकर दिल्ली में दो बार केंद्रीय मंत्रियों के समूह की बैठक हो चुकी है। इस मंत्री समूह में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और शिपिंग राज्यमंत्री मनसुख लाल मंडाविया शामिल हैं।

मंत्री समूह के अलावा प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल एडवाइजर पी. के. सिंहा, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत व विभिन्न मंत्रालयों के सचिव भी कोरोना वायरस के विषय पर एक समीक्षा बैठक कर चुके हैं।