कैंसर को लेकर जागरुकता के लिए इंडस हेल्‍थ प्‍लस के साथ मिलकर किया शहर की दीवारों का रंगरोगन

पुणे : प्रीवेंटिव हेल्‍थ चेकअप उद्योग में अग्रणी इंडस हेल्‍थ प्‍लस ने आज पुणे में वॉल पेंटिंग गतिविधि का आयोजन किया। इस गतिविधि का लक्ष्‍य शहर को सुंदर बनाने के साथ ही लोगों के बीच कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाना था।

वॉल पेंटिंग गतिविधि का आयोजन आम लोगों को शामिल करना और उन्‍हें एक अच्‍छे काम में भागीदारी करने का मौका प्रदान करने के लिए किया गया था। जागरूकता फैलाने वाले संदेश जैसे, ‘स्‍वास्‍थ्‍य की नियमित जांच करवाना महत्‍वपूर्ण होता है; यदि समय पूर्व पता चल जाये तो कैंसर का इलाज संभव है, दीवारों पर पेंट किये गये। कैंसर रिबन के रंगों का प्रयोग करते हुए इन संदेशों को पेंट किया गया। कल्‍याणी नगर और विमान नगर के जॉगर्स पार्क में 150 से भी अधिक लोगों ने पूरे जोश के साथ इस गतिविधि में हिस्‍सा लिया।

इंडस हेल्‍थ प्‍लस की संस्‍थापक और निदेशक, सुश्री कंचन नायकवाड़ी, ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, ‘‘ कैंसर एक चिंता का विषय है और समाज में एक बदलाव लाने की जरूरत है। यह बदलाव सिर्फ जागरूकता और जानकारी के माध्‍यम से ही लाया जा सकता है। स्‍ट्रीट वॉल पेंटिंग के इस विचार के जरिये, हम एक मंच प्रदान करना चाहते हैं, जहां समाज और स्‍वास्‍थ्‍य को एक साथ सही पोषण मिल सके। हम समाज को शामिल करने के लिये लगातार बड़े पैमाने पर गतिविधियां आयोजित कर रहे हैं। साथ ही लोगों के बीच व्‍यक्तिगत स्‍तर पर जानकारी का प्रसार कर रहे हैं।’’

इंडस हेल्‍थ प्‍लस द्वारा आयोजित गतिविधियों में वॉल पेंटिंग एक गतिविधि के रूप में थी, जिनके अंतर्गत ये विषय शामिल थे: विश्‍व कैंसर दिवस मनाने के लिये, “रेनबो ऑफ हैप्‍पीनेस: ब्रिंग बैक स्‍माइल्‍स”। कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसके परिणामस्‍वरूप जल्‍दी मौत हो जाती है और व्‍यक्ति और देश की कार्य करने की क्षमता खत्‍म हो जाती है। ब्रिक्‍स इकोनॉमिक्‍स के हालिया अध्‍ययन के अनुसार यह पाया गया कि- हर साल पूरे भारतवर्ष में कैंसर के कारण 7 लाख से भी अधिक जानें जाती हैं, साथ ही हर साल 10 लाख नये मामले दर्ज होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को कैंसर की जल्‍द पहचान करने पर ध्‍यान केंद्रित करना चाहिये; यदि सही समय पर इसकी पहचान हो जाती है तो इलाज का खर्च और जीवन जीने का प्रतिशत बेहतर हो जाता है। इन आंकड़ों पर विचार करते हुए, इंडस ने इस बात को आवश्‍यक माना कि लोगों को इसके कारणों और उससे बचाव का पता होना जरूरी है। समाज के सभी वर्गों तक पहुंच के लिये इंडस ने जागरूकता फैलाने के लिये एक सीरीज की योजना बनाई है। इंडस चाहता है कि बीमारी के फैलने से पहले व्‍यक्ति को इससे बचाव के लिये सशक्‍त बनाया जाये।