जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, लापता हुए पर्वतारोही अली सदपारा ने के2 शीतकालीन अभियान 2021 में 8,611 मीटर ऊंची चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी। इससे एक महीने पहले उनकी यात्रा असफल रही थी। इसके बाद सदपारा और उनकी टीम बुधवार को अपनी यात्रा पर फिर से रवाना हुई थी। तब से ही वह ट्विटर के जरिए अपनी यात्रा को लेकर अपडेट भी दे रहे थे। शनिवार की सुबह करीब 8.20 बजे उन्होंने आखिरी ट्वीट किया था।
सूत्रों का कहना है कि सदापारा और उनकी टीम को दोपहर 3 बजे तक कैंप 3 में पहुंचना था, लेकिन कई घंटों तक उनसे संपर्क ही नहीं हो सका। के2 चीन-पाकिस्तान सीमा पर उत्तरी पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र और चीन के झिंजियांग के टैक्सक्रागन ताजिक ऑटोनोमस काउंटी की दफदार टाउनशिप के बीच स्थित है। यह काराकोरम पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी है।
यहां के कठोर मौसम के कारण इस चोटी को सैवेज माउंटेन के नाम से भी जाना जाता है। यहां हवाएं 200 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से चल सकती हैं और तापमान माइनस 60 डिग्री तक गिर सकता है। यही वजह है कि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट की तुलना में के2 तक जाने वालों की संख्या कम है।
–आईएएनएस
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