केरल भाजपा प्रतिशोध की राजनीति के विरोध में सड़कों पर उतरी

तिरुवनंतपुरम, 10 जून (आईएएनएस)। केरल भाजपा के शीर्ष नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने एक दिन पहले राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की थी। इसने पिनाराई विजयन सरकार पर पार्टी की छवि को खराब करने और प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया था । इस मसले पर विरोध के तौर पर पार्टी ने गुरुवार को राज्य भर में 10,000 स्थानों पर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया।

भाजपा नेताओं का दावा है कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन मीडिया का उपयोग करके झूठी आधारहीन रिपोर्ट का प्रचार करके, त्रिशूर के हवाला धन मामले में चल रही जांच की आड़ में भाजपा नेताओं और उनके परिवारों को निशाना बना रहे हैं।

संयोग से, मामला 6 अप्रैल के विधानसभा चुनावों से ठीक पहले बड़ी रकम का खुलासा करने से संबंधित है। इसमें भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की सहयोगी एक महिला पदाधिकारी के नाम का खुलासा हुआ था।

जिसके बाद एक और खुलासा हुआ। मंजेश्वरम निर्वाचन क्षेत्र में बसपा के उम्मीदवार के. सुंदरा ने कहा कि सुरेंद्रन के पक्ष में अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के लिए उन्हें स्थानीय भाजपा नेताओं द्वारा पैसे दिए गए थे।

भाजपा के एक शीर्ष नेता ने कहा, विरोध कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार आयोजित किए जाएंगे और हमारे सभी शीर्ष नेता राज्य में 10,000 स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने के लिए ऑनलाइन लाइव आएंगे।

मीडिया में खबरें है कि सुरेंद्रन से ही नहीं, बल्कि उनके छोटे बेटे से भी पूछताछ की जाएगी।

चुनावों के दौरान, सुरेंद्रन ने कहा था कि भाजपा 35 सीटें जीतेगी और केरल में सरकार बनाएगी। जब वोटों की गिनती हुई, तो भाजपा अपनी एकमात्र सीट हार गई जो उसने 2016 में जीती थी।

केरल में भाजपा एक विभाजित घर की तरह है । चुनावी हार और अपने वोट शेयर में गिरावट के बाद, सुरेंद्रन पार्टी में अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

–आईएएनएस

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