किसान मोर्चा ने आंदोलन को तेज करने के लिए केएमपी हाइवे 24 घंटे के लिए बंद कर दिया है। वहीं किसानों ने हाइवे पर ही ट्रॉलियों को लगा दिया है, साथ ही टोल प्लाजा पर एक मंच भी बनाया है, जहां से किसान भाषण भी दे रहे हैं।
करीब 500 से अधिक संख्या में किसानों ने हाईवे बंद के दौरान टिकरी बॉर्डर पर हुए एक किसान की मृत्यु पर 2 मिनट का मौन भी रखा और शहीद किसान अमर रहे के नारे भी लगाए।
दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन को किसान एक मजबूत धार देने में लगे हुए हैं, यही वजह है कि किसान लगातार नई-नई रूप रेखा तैयार कर रहे हैं।
दरअसल, तीन नए अधिनियमित खेत कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसान उत्पाद व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020, मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 पर किसान सशक्तिकरण और संरक्षण समझौता हेतु सरकार का विरोध कर रहे हैं ।
— आईएएनएस
एमएसके/एएसएन