किसानों ने दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बार्डर पर पगड़ी संभाल दिवस मनाया, हालांकि इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि, सरकार को इस कानून को वापस लेना चाहिए और और ये गलतफहमी निकालनी होगी कि किसान वापस चले जाएंगे।
दरअसल पगड़ी संभाल दिवस शहीद भगत सिंह के चाचा अजीत सिंह एवं स्वामी सहजानंद सरस्वती की याद में मनाया गया। इस दौरान किसानों ने अपने आत्मसम्मान का इजहार करते हुए अपने-अपने क्षेत्र की पगड़ी पहनी।
किसान संगठनों ने बॉर्डर पर अपने अपने मोर्चे को मजबूत करने के लिए आगामी दिनों में कुछ फैसले लिए हैं। आगामी 24 फरवरी को दमन विरोधी दिवस की घोषणा की गई है जिसमें किसान आंदोलन पर हो रहे चौतरफा दमन का विरोध किया जाएगा। इस दिन सभी तहसील व जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे।
वहीं 26 फरवरी को दिल्ली मोर्चे के तीन महीने पूरे होने पर युवाओं के योगदान को सम्मानपूर्वक युवा किसान दिवस मनाया जाएगा। इस दिन मोर्चे के सभी मंच युवाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे। अलग अलग राज्यों के युवाओं से दिल्ली बोर्डर पर पहुंचने की अपील की गई है।
साथ ही गुरु रविदास जयंती और शहीद चंद्रशेखर आजाद के शहादत दिवस पर 27 फरवरी को मजदूर किसान एकता दिवस मनाया जाएगा।
— आईएएनएस
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