किसान आंदोलन वर्धा में आयोजित, यवतमाल में रद्द

वर्धा/यवतमाल (महाराष्ट्र), 20 फरवरी (आईएएनएस)। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने यहां वर्धा में अपनी पहली किसान महापंचायत की, लेकिन कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण शनिवार को यवतमाल में इसी तरह के किसानों के सभा को रद्द करना पड़ा।

एसकेएम सदस्य गुरमीत सिंह मंगत ने कहा, हालांकि किसान नेता राकेश टिकैत अनुपस्थित थे, लेकिन दिल्ली के किसान नेताओं की एक टीम आज दोपहर वर्धा में शांतिपूर्ण तरीके से किसान महापंचायत को संबोधित करने के लिए सड़क मार्ग से पहुंची।

मंगत ने कहा, वर्धा में महापंचायत में लगभग 5000 किसान संगठनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जहां हमने उन्हें तीन नए कृषि कानूनों और केंद्र सरकार से हमारी मांग के बारे में समझाया।

उनके साथ भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के प्रवक्ता तेजवीर सिंह और पंजाब में पगड़ी संभाल जट्टा लेहर के महासचिव अमनदीप सिंह घुमन भी थे।

बाद में, ये लोग यवतमाल के लिए रवाना हुए, जहां शुक्रवार से निषेधात्मक आदेश लागू है। पुलिस ने अंतिम समय पर, किसान महापंचायत आयोजित करने की अनुमति से इनकार कर दिया।

मंगत ने कहा, हमारे वरिष्ठ नेता राकेश टिकैत कुछ मुद्दों के कारण शुक्रवार रात दिल्ली से उड़ान भरकर नागपुर नहीं पहुंच सके। हालांकि, हमने आगे बढ़ने का फैसला किया है।

जब वे यवतमाल बार्डर पहुंचे, उनका स्वागत राज्य मंत्री और वीएनएसएसएम के अध्यक्ष किशोर तिवारी ने किया।

तिवारी ने कहा, मैंने हमारे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरेजी की ओर से उनका स्वागत किया। मैंने सीएम के संदेश से अवगत कराया कि राज्य में बिगड़ते कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए महापंचायत की अनुमति नहीं दी जा सकती। हालांकि, महाराष्ट्र में स्थिति में सुधार होने पर एक नई महापंचायत होगी।

उन्होंने कहा कि विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर काम करने वाले एक स्थानीय कार्यकर्ता ने यवतमाल महापंचायत के लिए किसानों को इकट्ठा करने का प्रयास किया, लेकिन राज्य के किसान नेताओं और संगठनों ने उनकी अर्जी को नजरअंदाज कर दिया क्योंकि उन्हें उस पर कोई विश्वास नहीं था।

तिवारी ने सीएम के अनुरोध का सम्मान करने और बाद की तारीख के लिए किसान महापंचायत स्थगित करने के लिए मंगत सिंह और घुमन और नागपुर के सात अन्य प्रतिनिधियों को भी धन्यवाद दिया।

–आईएएनएस

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