किसानों द्वारा केएमपी हाईवे बंद करने का गुरुग्राम में नहीं दिखा पड़ा कोई असर

गुरुग्राम, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शनिवार को केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध करने के लिए कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे को बंद करने के आह्वान पर नूंह, मानेसर और फरुखनगर में ज्यादा असर नहीं देखा गया।

ये सभी स्थान एक्सप्रेसवे पर स्थित हैं।

एसकेएम ने घोषणा की थी कि शनिवार को सुबह 8 बजे से 24 घंटे के लिए एक्सप्रेसवे बंद रहेगा। हालांकि, गुरुग्राम पुलिस ने पंचगांव और फरुखनगर के पास यातायात को डायवर्ट कर दिया और यात्रियों को इस एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी।

केएमपी नाकाबंदी के मद्देनजर गुरुग्राम पुलिस ने केएमपी के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। एक्सप्रेसवे पर तैनात पुलिस के जवान एहतियात के तौर पर वाहनों की तलाशी ले रहे हैं।

वहीं एक व्यकित हरीश नारंग ने आईएएनएस से कहा, उन्हें एक्सप्रेसवे के ट्रैफिक डायवर्जन और नाकाबंदी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। मैं मेरठ से हरिद्वार की यात्रा कर रहा था। हमें किसी ने पलवल से मानेसर तक नहीं रोका। लेकिन यहां गुरुग्राम के फरुखनगर में पुलिस हमें आगे नहीं जाने दे रही। अब मुझे हरिद्वार पहुंचने के लिए दूसरा रास्ता लेना होगा।

आरएएफ इंस्पेक्टर अरविंद कुमार शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि, दिल्ली-गुरुग्राम सीमा पर गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार से सुरक्षा बढ़ा दी और वाहनों की जांच शुरू कर दी है, जिससे दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे (एनएच-48) और केएमपी के एंट्री और एग्जिट पर यातायात की गति धीमी हो गई। हमने रैपिड एक्शन फोर्स (आरपीएफ) और दंगा विरोधी दस्ते के 120 जवानों को अतिरिक्त बल को भी तैनात किया है।

इसके अलावा, गुरुग्राम पुलिस ने पंचगांव चौक, बिलासपुर चौक, एनएसजी कैंपस, दिल्ली-गुरुग्राम सीमा, फरुखनगर के पास गुरुग्राम पुलिस के साथ साथ आरपीएफ, सीआईएसएफ और दंगा विरोधी दस्ते की तैनाती की गई है।

केएमपी एक्सप्रेसवे को राष्ट्रीय राजधानी में एंट्री करने वाले ट्रकों की संख्या को कम करने के लिए बनाया गया था। यह उत्तरी और दक्षिणी हरियाणा जिलों के बीच तेजी प्रदान करता है।

–आईएएनएस

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