न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्र संचालित कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने कहा है कि किम ने सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की आठवीं कांग्रेस में यह टिप्पणी की।
किम ने कहा कि वाशिंगटन द्वारा शत्रुता को रोकना उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच भविष्य के संबंधों की कुंजी होगी।
केसीएनए की रिपोर्ट में बताया गया है कि किम के मुताबिक अमेरिका में राष्ट्रपति बदलने से वहां की नीतियों में बदलाव नहीं होता।
नई अमेरिकी सरकार के लिए उत्तर कोरिया की यह पहली प्रतिक्रिया है, क्योंकि 20 जनवरी को जो बाइडेन राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं।
केसीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने एक बार फिर अमेरिका को अपना सबसे बड़ा दुश्मन करार दिया है। किम ने अमेरिका को उत्तर कोरिया के विकास में सबसे बड़ी बाधा करार दिया है।
–आईएएनएस
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