मामले की जांच कर रही केरल पुलिस ने मध्य स्तर के कुछ भाजपा नेताओं विशेषकर त्रिशूर जिले के नेताओं से पूछताछ की है।
शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ लोकसभा सदस्य के. मुरलीधरन ने विजयन से न्यायिक जांच का आदेश देने की हिम्मत दिखाने को कहा।
उन्होंने कहका, सभी जानते हैं कि केरल उच्च न्यायालय के किसी मौजूदा न्यायाधीश या सर्वोच्च न्यायालय से न्यायिक जांच करवा पाना संभव नहीं है। इसलिए विजयन को किसी सेवानिवृत्त सर्वोच्च या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा न्यायिक जांच का आदेश देने का साहस दिखाना चाहिए, क्योंकि अब तो भाजपा नीत राजग के एक सहयोगी ने भी कहा है कि उन्हें चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा से पैसा मिला है।
उन्होंने कहा, कोरोना की दूसरी लहर देश में फैली, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोनों पश्चिम बंगाल में प्रचार कर रहे थे। वहां पैसे का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए किया गया था और इसलिए कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन केरल में ऐसा समझा जाता है कि प्रत्येक भाजपा उम्मीदवार को 3 करोड़ रुपये मिले और यहां चूंकि इसका इस्तेमाल प्रचार के लिए नहीं किया गया था, आरोप सामने आए हैं। इसलिए विजयन को न्यायिक जांच का आदेश देना चाहिए और अगर ऐसा किया जाता है, तो इसमें मोदी की भूमिका भी सामने आ सकती है।
एक व्यक्ति ने त्रिशूर ग्रामीण पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई कि भूमि लेनदेन के लिए अग्रिम धन के रूप में भुगतान करने के लिए अपने वाहन में 25 लाख रुपये रखे थे, जो त्रिशूर-कोडकारा राजमार्ग पर चोरी हो गए।
माकपा के कार्यवाहक सचिव और सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के संयोजक ए. विजयराघवन ने तब आरोप लगाया था कि यह पैसा हवाला धन है जिसका इस्तेमाल भाजपा अपने चुनावी खर्च के लिए कर रही है और यह पैसा पार्टी उम्मीदवारों के लिए है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा हवाला नेटवर्क के लिए जिम्मेदार है और कहा कि यह पहली बार है जब राज्य में इतना बड़ा धन हस्तांतरण हुआ है।
विजयराघवन ने तब आरोप लगाया था कि इस सौदे के पीछे भाजपा के वरिष्ठ नेता थे।
–आईएएनएस
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