पार्टी सूत्रों ने कहा कि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने सीडब्ल्यूसी चुनाव के मुद्दे को भी उठाया था, जिसके कारण तीखी बहस हुई। पार्टी ने हालांकि ऐसे किसी बहस से इनकार कर दिया।
वेणुगोपाल ने कहा कि संगठनात्मक चुनावों पर कोई विवाद नहीं हुआ।
वेणुगोपाल ने साढ़े तीन घंटे चली बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, सीडब्ल्यूसी ने मई में होने वाले संगठनात्मक चुनावों पर चर्चा की। लेकिन सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने सर्वसम्मति से अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी से अनुरोध किया कि पार्टी चुनाव आने वाले महीनों में कई राज्यों के विधानसभा चुनावों के बीच नहीं होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने इस तरह संगठनात्मक चुनावों के पुननिर्धारण करने का अनुरोध किया।
वेणुगोपाल ने कहा, अंत में, सीडब्ल्यूसी ने फैसला किया कि एक निर्वाचित पार्टी अध्यक्ष किसी भी कीमत पर जून 2021 तक पद धारण कर लेगा।
उन्होंने कहा, विधानसभा चुनाव (केरल, तमिलनाडु, असम, पश्चिम बंगाल, और पुदुचेरी में) आने के कारण शेड्यूल में कुछ बदलाव की आवश्यकता थी और इस पर विचार किया गया।
–आईएएनएस
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