राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने संवाददाताओं को बताया कि राज्य में इस अभियान को शुरू करने के लिए वैक्सीन की आवश्यक मात्रा प्राप्त होने के बाद इस आयु वर्ग के लिए टीकाकरण की नई तारीखों की घोषणा की जाएगी।
उन्होंने कहा, हम अपने लोगों से अपील करते हैं कि किसी भी अस्पताल के सामने भीड़ न लगाएं क्योंकि एक मई से टीकाकरण अभियान शुरू नहीं होगा जो पहले से तय था।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जो यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग टीकाकरण करवाएं और पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) से वैक्सीन की एक करोड़ खुराक खरीदने के लिए 400 करोड़ रुपये जारी किए हैं, जिसे कोविशिल्ड वैक्सीन बनाने का लाइसेंस है।
नाराजगी व्यक्त करते हुए सुधाकर ने आरोप लगाया कि एसआईआई कर्नाटक में अपने आदेशों को लागू करने के बावजूद आवश्यक मात्रा में आपूर्ति करने में विफल रहा है, जिसके कारण 1 मई को अनुसूची के अनुसार इनोक्यूलेशन ड्राइव लॉन्च नहीं किया जाएगा।
उन्होंने उन लोगों से पूछा जिन्होंने टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर एक मई को अपना नामांकन करवाया है।
सुधाकर ने कहा कि एसआईआई द्वारा टीकों के आगमन की पुष्टि के बाद सरकार पात्र लोगों को सूचित करेगी।
मंत्री ने कहा कि एसआईआई में एक महीने में पांच से छह करोड़ खुराक का उत्पादन करने की क्षमता है, जबकि हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक जो कोवैक्सीन का उत्पादन करता है, एक से डेढ़ करोड़ खुराक का उत्पादन करने में सक्षम है।
जबकि रूस के स्पुतनिक ने वैक्सीन का उत्पादन करने के लिए फार्मा प्रमुख डॉ रेड्डी की प्रयोगशाला को लाइसेंस दिया है लेकिन उन्होंने सरकार को आधिकारिक तौर पर सूचित नहीं किया है कि वे इसकी आपूर्ति कब कर पाएंगे।
कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कहा गया है कि स्वास्थ्य वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के योद्धाओं सहित कुल मिलाकर 93,63,124 लाभार्थियों को गुरुवार तक दक्षिणी राज्य में खुराक दी गई है।
कर्नाटक की जनसंख्या 6.5 करोड़ से अधिक होने का अनुमान है।
–आईएएनएस
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