विक्टोरिया अस्पताल की स्वास्थ्यकर्मी वार्ड अटेंडेंट के. नागरत्न (28) ने बेंगलुरू मेडिकल कॉलेज में मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर की मौजूदगी में वैक्सीन का पहला शॉट लिया।
सुधाकर ने कहा, सभी 243 केंद्रों पर एक दिन में 100 वैक्सीन की खुराक दी जाएंगी, जिसका मतलब है कि टीकाकरण के पहले दिन लगभग 24,300 स्वास्थ्य योद्धाओं को टीका लगाया जाएगा।
ग्रुप डी के हेल्थ वर्कर्स ने राज्यभर में कोविड-19 महामारी से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बिदादी के पास एक गांव की रहनी वाली नागरत्न को राज्य में पहली वैक्सीन लगने के बाद येदियुरप्पा ने गुलाब का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे पास हर तरह की संख्या और लोगों को टीके लगाने की क्षमता है, लेकिन वर्तमान में हम केवल 100 तक ही सीमित हैं। आने वाले दिनों में इसे धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा।
77 वर्षीय नेता ने कोविड टीकाकरण पर एक विशेष डाक टिकट का भी अनावरण किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं और किसी भी दुष्प्रभाव के मामले में देखभाल करने के लिए अवलोकन कक्ष बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा, चिंता की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि 25,000 से 30,000 लोगों पर क्लिनिकल परीक्षण के बाद ही टीके आए हैं। विदेशों में भी भारत से तैयार होने वाले इस टीके की मांग है और यहां अपेक्षाकृत कम कीमत पर शॉट उपलब्ध हैं।
सुधाकर ने कहा कि ऐसे स्वास्थ्य योद्धा, जो कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। इसके बाद गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को वैक्सीन दी जीएगी।
उन्होंने कहा कि इस सप्ताह कर्नाटक के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया गया था कि टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद किसी भी प्रश्न के लिए नियंत्रण कक्ष के संपर्क में रहें।
मंत्री ने कहा कि वैक्सीन की एक-एक करके दो बार खुराक दी जाएगी। पहली खुराक मिलने के 28 दिनों के बाद दूसरी खुराक दी जाएगी, जिसकी प्रतिरक्षा 45 दिनों के बाद विकसित होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 45 दिनों तक सावधान रहना होगा।
–आईएएनएस
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