कर्नाटक में कोविड रोगियों के लिए शारीरिक परीक्षण अनिवार्य किया गया

बेंगलुरु, 2 अगस्त (आईएएनएस)। कर्नाटक के बेंगलुरु में हर दिन लगभग 400 से 600 कोविड मामलों की रिपोर्ट होने पर गंभीरता से ध्यान देते हुए, सरकार ने सभी कोविड रोगियों का शारीरिक परीक्षण करना अनिवार्य कर दिया है।

रोगियों के ट्राइएज में गंभीर बीमारी या चोट के लक्षणों की तलाश करना शामिल है। यह उनकी स्थिति की गंभीरता का आकलन करने में भी मदद करता है।

यह निर्देश एक विशेषज्ञ समिति की सलाह के अनुसार दिया गया है। बीबीएमपी के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने रविवार शाम इस संबंध में आदेश जारी किया है।

आदेश में कहा गया है कि नैदानिक मूल्यांकन के साथ सभी कोविड -19 मामलों का एक ट्राइएज लेना अनिवार्य है। विशेषज्ञ समिति ने कहा है कि प्रारंभिक शारीरिक परीक्षण रुग्णता और मृत्यु दर को कम करने में मदद करता है।

प्रारंभिक परीक्षण की सुविधा के लिए विधानसभा क्षेत्र स्तर पर फिजिकल ट्राइएज सेंटर (पीटीसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मोबाइल ट्राइएज यूनिट (एमटीयू) उपलब्ध कराए जाएंगे।

आदेश में कहा गया है कि यह बीबीएमपी के संज्ञान में आया है कि कुछ कोविड -19 सकारात्मक रोगी भौतिक ट्राइएज केंद्रों या मोबाइल ट्राइएज केंद्रों के माध्यम से प्रदान की जाने वाली शारीरिक विशेषता सेवा से इनकार कर रहे हैं। यह अनिवार्य रूप से सभी कोविड -19 सकारात्मक मामलों की प्रारंभिक शारीरिक जांच करने के लिए निर्देशित है।

आदेश में कहा गया है कि कोई भी कोविड -19 सकारात्मक रोगी केंद्र या मोबाइल इकाइयों में शारीरिक परीक्षण से इनकार नहीं कर सकता है। यदि कोई व्यक्ति या संगठन दिशानिदेशरें का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है, तो कर्नाटक महामारी रोग अध्यादेश (केपीडीओ) और आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कार्रवाई शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

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