संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी के नेतृत्व में सैकड़ों आईवाईसी कार्यकर्ता मध्य दिल्ली में ईरानी के आवास के बाहर इकट्ठे हुए और नारेबाजी की। श्रीनिवास ने कहा कि ना खाऊंगा, न खाने दूंगा के नारे लगाने वाली भाजपा सरकार अब बच्चों के खाने तक को नहीं बख्श रही है।
उन्होंने कहा, कर्नाटक की महिला एवं बाल विकास मंत्री शशिकला जोले के रिश्वत मामले ने एक बार फिर राज्य में भाजपा सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया है।
आईवाईसी नेता ने कहा कि बच्चों में कुपोषण से लड़ने के बजाय इसके लिए निर्धारित धन को बेशर्मी से लूटा जा रहा है और केंद्रीय मंत्री ईरानी इस मुद्दे पर पूरी तरह चुप हैं। उन्होंने कहा कि स्टिंग ऑपरेशन से यह पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है कि मंत्री ने मातृपूर्णा योजना के तहत अंडे की खरीद के लिए कथित तौर पर कमीशन की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ सरकार विकास कार्यो के लिए धन आवंटित नहीं कर रही है और दूसरी तरफ इसके नेता अपने पदों का दुरुपयोग कर अपनी जेब भरने की कोशिश कर रहे हैं।
श्रीनिवास ने मांग की कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कर्नाटक सरकार की मंत्री शशिकला जोले दोनों तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दें और पूरे मामले की लोकायुक्त से जांच कराएं।
आईवाईसी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राहुल राव ने कहा कि उन्होंने ईरानी के इस्तीफे की मांग की है। राव ने दावा किया कि विरोध के बाद पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया और मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
जोले ने शनिवार को किसी भी गलत काम से इनकार किया, जबकि कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की मांग की।
एक कन्नड़ समाचार चैनल ने राज्य में आंगनवाड़ियों को अंडे की आपूर्ति के लिए निविदा प्रक्रिया में रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए एक स्टिंग ऑपरेशन प्रसारित किया था।
–आईएएनएस
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