ऐसी खबरें थीं कि कुछ बदमाशों ने शनिवार सुबह बेंगलुरु-तमिलनाडु सीमा पर स्थित अत्तिबेले और चंदापुरा जैसे इलाकों में बसों पर पथराव किया। प्रो-कन्नड़ संगठनों के साथ कई टैक्सी ड्राइवरों की यूनियनों और ऑटो-रिक्शा चालकों की यूनियनों ने बंद को समर्थन दिया, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ने शहर के यात्रियों को राहत देते हुए सुबह के समय बसों का संचालन किया।
पुलिस ने एहतियात के तौर पर शुक्रवार रात को कुछ उपद्रवी तत्वों को थाने में बिठा लिया था। बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन में 24 पुलिस स्टेशनों में पुलिस ने 100 से अधिक उपद्रवियों को पकड़ा।
बता दें कि करीब 1,000 समर्थक कन्नड़ संगठनों ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा द्वारा एक पखवाड़े पहले कर्नाटक मराठा विकास बोर्ड के गठन के अपने फैसले की घोषणा करने के बाद बंद का आह्वान किया था। कन्नड़ कार्यकर्ताओं की हमेशा से सीमावर्ती जिले बेलागवी में मराठों के साथ संघर्ष रहा है और वे कर्नाटक के मुख्यमंत्री पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते रहे हैं। वे राज्य सरकार से मराठा बोर्ड के गठन के आदेश को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
येदियुरप्पा और गृह मंत्री बासवराज बोम्मई दोनों ने कई बार कन्नड़ संगठनों से बंद के योजना को वापस लेने का आग्रह किया, लेकिन वे अड़े रहे और राज्यव्यापी बंद किया।
–आईएएनएस
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