कराची : नई प्रणाली अपराध रोकने में नाकाम, 45,034 डिवाइस चोरी

 कराची (पाकिस्तान), 17 फरवरी (आईएएनएस)| पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन अथॉरिटी (पीटीए) के फोन रजिस्ट्रेशन सिस्टम सड़क अपराध को कम करने में विफल रहा है।

 डॉन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि फेडरल अधिकारियों ने पिछले वर्ष देश में अवैध मोबाइल डिवाइस के उपयोग से जुड़े खतरों को रोकने के लिए एक प्रौद्योगिकी-चालित पहल शुरू की थी।

हालांकि, सेकेंड हैंड सेट्स के मुख्य स्रोतों में से एक ‘सड़क अपराधों’ पर अंकुश लगाने में यह विफल रहा है। वर्ष 2019 में स्नैचिंग व चोरी की घटनाओं की संख्या तीन साल के सबसे उच्चतर स्तर को छू गई।

कराची पुलिस एंड सिटीजन पुलिस लेएसन कमेटी (सीपीएलसी) द्वारा संकलित आंकड़ों ने बहुप्रचारित डिवाइस आइडेंटिफिकेशन, रजिस्ट्रेशन एंड ब्लॉकिंग सिस्टम (डीआईआरबीएस) की प्रभावशीलता पर सवाल उठाए हैं।

डॉन के अनुसार, पिछले वर्ष 2019 में लॉन्च हुए डीआईआरबीएस को लेकर अधिकारियों ने दावा किया था कि नई तकनीक देश में अवैध मोबाइल हैंडसेट के उपयोग से जुड़े जोखिमों पर अंकुश लगाएगी और इसके चलते सड़क अपराधों पर अंकुश लगेगा।

वर्ष 2019 के आंकड़ों के अनुसार, डीआईआरबीएस होने के बाद भी कराची में 45,034 मोबाइल फोन छीन या फिर चोरी कर लिए गए।

लेकिन वर्ष 2018 में जहां इनकी संख्या 35,458 थी, तो वहीं वर्ष 2017 में ऐसे कुल 30,814 मामले दर्ज हुए थे।

उद्योग के एक सूत्र ने कहा, “पीटीए (पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन अथॉरिटी) द्वारा देश में अवैध मोबाइल हैंडसेट के इस्तेमाल से जुड़े खतरों को रोकने के लिए डीआईआरबीएस को लॉन्च किया गया था और सेलुलर मोबाइल ऑपरेटरों के माध्यम से इसके कार्यान्वयन को लागू किया गया था। हालांकि, बाद में हाई टैक्सेशन, खुदरा उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव सहित प्रणाली के कार्यान्वयन के बाद कई समस्याएं सामने आईं।”