कनाडा के सिख सांसद रमेश संघा टड्रो की पार्टी से किए गए बाहर

टोरंटो, 26 जनवरी (आईएएनएस)। टोरंटो क्षेत्र के सिख सांसद रमेश संघा को उनके साथी सांसद नवदीप बैंस की आलोचना करने के लिए प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो की लिबरल पार्टी से बाहर कर दिया गया है, जिन्होंने हाल ही में अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने के लिए देश के उद्योग मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।

बैंस के इस्तीफा देने के बाद पिछले सप्ताह एक पंजाबी टीवी साक्षात्कार में, संघा ने निवर्तमान मंत्री पर अतिवादी विचारों के साथ खालिस्तान समर्थक होने का आरोप लगाया था। अपदस्थ सांसद ने निवर्तमान मंत्री के बारे में कहा था, क्या वह मंत्री बनने के लायक है?

बैंस के खिलाफ उनके निराधार और खतरनाक आरोपों को नोटिस करते हुए, प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो की पार्टी ने सोमवार को इंडो-कनाडाई सांसद को बाहर का रास्ता दिखा दिया, जो टोरंटो उपनगरीय इलाके में ब्रैम्पटन सेंटर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

पार्टी के एक बयान में कहा गया है, जैसे ही मुख्य सरकारी सचेतक (चीफ गवर्मेट व्हिप) को इन आरोपों से अवगत कराया गया, उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ विचार-विमर्श किया और आवश्यक कदम उठाए गए। आज दोपहर बाद संघा को लिबरल कॉकस से हटा दिया गया है।

बयान में कहा गया है, हमने बार-बार स्पष्ट किया है कि हम सांसदों या अन्य कनाडाई लोगों के बारे में साजिश के सिद्धांतों या खतरनाक और निराधार बयानबाजी को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

पंजाब के एक पूर्व भारतीय वायुसेना अधिकारी, रमेश संघा ने 2019 में अपनी ही पार्टी पर खालिस्तानी अलगाववादियों के साथ संबंध रखने और भारत के साथ संबंधों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था। इसके बाद प्रधानमंत्री टड्रो ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी ने अलगाववादियों का समर्थन नहीं किया है।

कनाडा के प्रधानमंत्री ने उस समय कहा था, एक अखंड भारत पर कनाडा की स्थिति अटूट है और हम इस मुद्दे पर एक सरकार के रूप में एकमत हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि कनाडाई को शांति से अपने विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता है।

संघा, जो पहली बार 2015 में चुने गए थे, अब हाउस ऑफ कॉमन्स में एक स्वतंत्र सांसद के रूप में बैठेंगे।

दो बार के सांसद 1994 में पंजाब से कनाडा आए थे और 2015 में संघीय चुनाव लड़ने से पहले उन्होंने देश में खुद को वकील के तौर पर स्थापित किया।

–आईएएनएस

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