1999 में इस घटना से राज्य में भारी नाराजगी के बाद तत्कालीन ओडिशा के मुख्यमंत्री जानकी बल्लभ पटनायक ने इस्तीफा दे दिया था।
पुलिस आयुक्त सुधांशु सारंगी ने बताया कि बीते 22 साल से फरार चल रहे बीबन उर्फ बिबेकानंद बिस्वाल को लोनावाला में आमबी वैली से गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि बीबन ने अपना नाम बदलकर जालंधर स्वैन रख लिया था, वह पुणे में आमबी वैली में छिपा हुआ था, वहां वह प्लंबर का काम करता था।
सारंगी ने कहा, जांच के दौरान, हमें पता चला कि मुख्य आरोपी मुंबई-पुणे रोड पर लोनावाला में आमबी वैली में छिपा है, वह प्लंबर का काम कर रहा है। अपना स्थायी पता कटक के नारनपुर बताया करता था, जब हमने जांच की तो पता लगा की नारनपुर में कोई जालंधर स्वैन नाम का व्यक्ति नहीं है।
उनके पास वहां स्थायी नौकरी, आधार कार्ड और बैंक खाता है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि वह अपने परिवार के सदस्यों के संपर्क में था।
–आईएएनएस
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