मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से राज्य विधानसभा को सूचित किया, अगर एसआईटी जांच की आवश्यकता है, तो राज्य सरकार इस संबंध में कदम उठाएगी और यह काम तुरंत किया जाएगा।
पटनायक ने कहा कि वह इस घटना से बहुत दुखी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है और हमेशा न्याय चाहती है।
उन्होंने सभी सदस्यों से चर्चा में भाग लेने के लिए सहयोग करने का अनुरोध भी किया।
मुख्यमंत्री का बयान तब आया है, जब विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने हत्या के मुख्य आरोपी को बचाने के लिए मंत्री अरुण कुमार साहू के इस्तीफे की मांग की है।
इससे पहले, राज्य सरकार ने अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) को हत्या के मामले की जांच करने का निर्देश दिया था।
घटना को लेकर विपक्ष के हंगामे के बाद, अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्रो को सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद उन्होंने हंगामे के बीच शनिवार तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।
मृतक लड़की के माता-पिता ने मंगलवार को ओडिशा विधानसभा के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया और आरोप लगाया कि उन्हें न्याय से वंचित किया गया है।
दंपति ने मंत्री पर संदिग्ध को बचाने का आरोप लगाया।
–आईएएनएस
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