एसीबी अफसर बनकर रौब झाड़ना पड़ा भारी, केस दर्ज

मुंबई: एंटीकरप्शन अधिकारी बनकर रौब झाड़ना एक महिला को भारी पड़ा, बांद्रा जीआरपी ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक ट्रेन में सफ़र करने के दौरान आरोपी महिला ने पहले खुद को एंटीकरप्शन ब्यूरो (एसीबी) का अधिकारी बताया, फिर रेल अधिकारी होने का हवाला देकर सहयात्री का मोबाइल छीनने का प्रयास किया।

पीड़ित अनिल तिवारी के अनुसार, वो 28 फरवरी को दिल्ली से मुंबई आने के लिए गरीबरथ ट्रेन में सवार हुए थे। उसी कोच में बर्थ नंबर 44, 45 और 46 पर एक दंपति मौजूद था। सफ़र के दौरान बिना किसी उकसावे के आरोपी महिला ने पीड़ित से असभ्य भाषा में बात की। इसके बावजूद भी जब तिवारी शांत रहे, तो महिला ने खुद को एसीबी अधिकारी बताकर रौब झाड़ना शुरू कर दिया। बात बढ़ने पर वो खुद को रेल अधिकारी बताने लगी। जब पीड़ित ने आरपीएफ हेल्पलाइन 182 पर कॉल करके सहायता मांगने का प्रयास किया, तो महिला और उसका पति पीड़ित का मोबाइल छीनने लगे।

टीसी ने नहीं की मदद

पीड़ित का कहना है कि जब उसने टीसी से मदद की गुहार लगाई, तो उसने यह कहकर बात टाल दी कि महिला किसी केस में फंसा देगी। इसके बाद पीड़ित ने बांद्रा पहुंचने पर जीआरपी थाने में मामला दर्ज कराया।

धन उगाही काम!

पीड़ित के मुताबिक, उसके बगल की सीट पर यात्रा कर रहे शख्स ने बताया कि उक्त महिला किसी एनजीओ मे काम करती है और सरकारी कर्मचारियों से किसी न किसी नाम पर धन उगाही करती है, जो ऐसा नहीं करता उसे झूठा केस दर्ज कर महिला आयोग का भय दिखाती है।