एससीओ मिलिट्री मेडिसिन सम्मेलन में पाकिस्तान से कोई नहीं पहुंचा

नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)| पाकिस्तान ने यहां गुरुवार को शुरू हुए एससीओ मिलिट्री मेडिसिन सम्मेलन से परहेज किया, लेकिन आतंकवाद-रोधी संयुक्त अभ्यास में भाग ले रहा है, जो इन दिनों रूस में चल रहा है। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के तहत भारत के संगठन में 2017 में शामिल होने के बाद मिलिट्री मेडिसिन पर यह पहला सैन्य सहयोग है।

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा नई दिल्ली में सम्मेलन छोड़ने को लेकर कोई आधिकारिक कारण नहीं दिया है।

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “पाकिस्तान के साथ-साथ एससीओ के दूसरे सभी देशों को आमंत्रण भेजा गया था। पाकिस्तान ने इस आमंत्रण का जवाब नहीं दिया।”

पाकिस्तान ने सम्मेलन को छोड़ दिया, लेकिन उसने एससीओ ने आतंकवाद-रोधी संयुक्त सैन्य अभ्यास में भाग लिया, जो साथ-साथ रूस के ऑरेनबर्ग में चल रहा है। 15 दिवसीय लंबा सैन्य अभ्यास इस सप्ताह के शुरुआत में शुरू हुआ।

भारत व पाकिस्तान के अलावा मेजबान देश रूस, चीन व कजाकिस्तान के चार मध्य एशियाई राष्ट्र-किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान व तजाकिस्तान भी वार्षिक सैन्य अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं।

दो दिवसीय मिलिट्री मेडिसिन सम्मेलन, नई दिल्ली में एससीओ डिफेंस को-ऑपरेशन प्लान 2019-20 के अनुसार आयोजित हो रहा है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को सम्मेलन का उद्घाटन किया, जहां उन्होंने सशस्त्र बलों को जैव-आतंकवाद के खतरों के खिलाफ क्षमता विकसित करने की जरूरत पर बल दिया।