उप्र में मुस्लिम वोट बिखरे हुए हैं : खुर्शीद

 नई दिल्ली, 16 मई (आईएएनएस)| पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटों में सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस के बीच बंटवारा हो गया है।

 आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के दौरान बहस के मुद्दे को बदल रहे हैं, क्योंकि वह जानते हैं कि ‘हार रहे हैं और हताश हैं।’

उत्तर प्रदेश के फरु खाबाद से चुनाव लड़ रहे खुर्शीद ने कहा कि मुस्लिम समुदाय ने इस फैले हुए राज्य में रणनीति बनाकर वोट नहीं डाला है, जैसा कि इसने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में किया था और कई जगहों पर वोट बंटे हुए हैं।

उन्होंने कहा, “मुस्लिम वोट बिखरे हुए हैं। कई जगहों पर यह कांग्रेस को मिला है। कुछ जगहों पर यह गठबंधन और कांग्रेस के बीच बंट गया है। कुछ जगहों पर यह मजबूती के साथ गठबंधन को मिला है। लेकिन मुस्लिमों ने उस तरह से वोट नहीं किया है जैसा उन्होंने पिछली बार बिहार में किया था। बिहार में रणनीति बनाकर वोट दिया गया था, वहां खंडित वोट नहीं दिए गए थे।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि अल्पसंख्यकों को वोट बंटना एक दुखद मामला है।

उन्होंने कहा, “मुस्लिम मतदाता कई जगहों पर असमंजस की स्थिति में हैं, जो एक खराब बात है, क्योंकि यह संसदीय चुनाव है और उनका भविष्य पूरी तरह से कांग्रेस या राष्ट्रीय पार्टी के साथ है। उनका वोट बंटना एक अच्छा विचार नहीं है, लेकिन आप मतदाताओं पर आरोप नहीं लगा सकते। मतदाता अपने स्थानीय मुद्दे और अन्य चीजों को लेकर चिंतित हैं।”

कांग्रेस नेता ने मोदी के चुनाव प्रचार पर कहा, “वह बदल रहे हैं, क्योंकि वह हताश हैं। वह जानते हैं कि वह हार रहे हैं और वह हताश हैं। आप उनके पिछले चुनाव प्रचार से इस चुनाव प्रचार की तुलना कर सकते हैं। पिछले चुनाव प्रचार पर उनका नियंत्रण था, लेकिन इस बार उनका नियंत्रण नहीं है।”

उन्होंने चुनाव के दौरान मुद्दों पर बात करते हुए कहा, “जबतक हम अपना चुनाव लड़ रहे हैं, केवल मुख्य मुद्दे ही हमारे सामने हैं। बाद के चरणों में, मोदी अति पर पहुंच गए थे, एक या दो चीजें होती हैं, लेकिन हम उस पर टिके रहे जो हम कर रहे थे..मुझे लगता है हम अपने रणनीति के हिसाब से आगे बढ़े।”

सैम पित्रोदा और मणिशंकर अय्यर के विवादास्पद बयान पर उन्होंने कहा, “मीडिया ने इसे उछाल दिया और पार्टी के पास सिवाय स्टैंड लेने के कोई उपाय नहीं बचा। सच कहूं तो यह गैर-मुद्दे हैं। ये वे मामले हैं जो पहले हो चुके हैं। इनसब मुद्दों पर कांग्रेस का क्या पक्ष है ये सभी जानते हैं।”