उप्र : केन, बेतवा, यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के हालात

 बांदा/हमीरपुर, 18 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के बांदा और हमीरपुर जिलों से होकर बह रहीं केन, बेतवा और यमुना नदियों में बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण यहां बाढ़ के हालात बन गए हैं।

 यहां कई दर्जन गांवों का संपर्क मुख्यालयों से टूट गया है। केंद्रीय जल आयोग के बांदा स्थित कार्यालय के अनुसार, “झांसी के माताटीला बांध से बेतवा नदी में तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जबकि राजस्थान के कोटा बैराज से यमुना नदी में आठ लाख क्यूसेक पानी और मध्य प्रदेश के गंगऊ व बरियारपुर बांध से करीब 35 हजार क्यूसेक पानी केन नदी में छोड़े जाने के कारण बांदा और हमीरपुर जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं।”

केंद्रीय जल आयोग कार्यालय बांदा के अधिशासी अभियंता अमित कुरेडिया ने रविवार को बताया, “बेतवा और केन नदी का जलस्तर 20 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से और यमुना नदी का जलस्तर 28 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। बांदा के चिल्ला में यमुना नदी खतरे के निशान 100 मीटर से डेढ़ मीटर अभी नीचे है।”

हमीरपुर के जिलाधिकारी अभिषेक प्रताप ने बताया, “बेतवा और यमुना नदी में अचानक बढ़े जलस्तर से कम से कम 80 गांवों में अलर्ट जारी किया गया है और लगातार नजर बनाए हुए हैं।”

बांदा के अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर सिंह ने बताया, “केन और यमुना नदी में पानी बढ़ जाने से पैलानी तहसील क्षेत्र के करीब पांच दर्जन गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। अब नदियों का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है, फिर भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है।”