उपराष्ट्रपति ने लांच किया रोटा वायरस का वैक्सीन

 नई दिल्ली, 3 दिसम्बर (आईएएनएस)| उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मंगलवार को नई दिल्ली में नए रोटावायरस वैक्सीन -रोटावा-सी5डी-आर को लॉन्च किया।

 यह वैक्सीन अपने ही देश में भारत बायोटेक द्वारा डिजाइन और विकसित की गई है। रोटा वायरस केकारण भारत में लगभग 8 लाख 72 हजार मरीज अस्पताल में भर्ती होते हैं और रोटा वायरस के कारण ही सालाना 78 हजार मौतें होती हैं।

उपराष्ट्रपति एम वैंकैया नायडू ने कहा कि यह बीमारी स्वास्थ्य की हानि के साथ-साथ कई भारतीय परिवारों को, खासकर गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे लागों को बड़े आर्थिक संकट में डाल सकती है। लोगों पर आर्थिक संकट आने से देश पर भी महत्वपूर्ण आर्थिक बोझ पड़ सकता है।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार 2022 तक डायरिया के कारण बच्चों में रुग्णता और मृत्यु दर को शून्य स्तर पर लाने के लिए प्रतिज्ञ है। अपना देश हर एक बच्चे के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि टीकाकरण बच्चों का मूल अधिकार है और किसी भी बच्चे के स्वास्थ्य, भलाई और खुशी की कुंजी है। प्रत्येक बच्चे को जीवनरक्षक टीकों से लाभान्वित होना चाहिए और एक आनंदमय बचपन और उल्लासपूर्ण जीवन जीना चाहिए। उन्होंने टीकाकरण पर विशेष ध्यान केंद्रित करने को कहा।

भारत बायोटेक द्वारा विकसित नए रोटावायरस वैक्सीन रोटावा-सी5डी-आर की शुरुआत के साथ ही उपराष्ट्रपति ने चिकित्सकों, मीडिया और नागरिक समाज से टीकाकरण के बारे में जागरूकता फैलाने को कहा। यहां उपराष्ट्रपति ने टीकाकरण को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही गलत जानकारियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से टीकाकरण के बारे में फैलाई जा रही गलत जानकारी के समाधान की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने टीकाकरण पर आशंकाओं को दूर करने में सरकार के साथ भागीदारी करने का आग्रह किया।

उपराष्ट्रपति ने चिकित्सकों से कहा कि वे बदलती जीवनशैली और आहार संबंधी आदतों के प्रतिकूल प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करें। उन्होंने वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए फिट इंडिया, स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाई और योग जैसे कार्यक्रमों को जनांदोलनों में बदलने की आवश्यकता पर बल दिया।

इस अवसर पर भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्णा एला, भारत बायोटेक की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा एला, भारत बायोटेक के अध्यक्ष साई प्रसाद और 14 से अधिक देशों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।