उदित राज ने शुक्रवार को ट्विटर पर अपनी यह बात रखी।
इधर पुलिस ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चियों के साथ दुष्कर्म होने की कोई पुष्टि नहीं हुई थी और न ही परिवार ने इस घटना में बल प्रयोग का कोई आरोप लगाया था।
उन्नाव के पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने कहा, डॉ. उदित राज पर सोशल मीडिया पर झूठी और मनगढ़ंत जानकारी साझा करने का आरोप है।
कुलकर्णी ने कहा कि उदित राज के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत दंगा भड़काने और उकसाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उदित राज के ट्वीट में कहा गया है: मैंने अभी-अभी पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले जी से बात की है। पुलिस ने उन्हें बड़ी ही मुश्किल से उन्नाव में पीड़ित परिवारों से मिलने दिया। पीड़िताओं के परिवारवालों ने लड़कियों के साथ दुष्कर्म होने की बात कही है और यह भी कहा है कि उनकी इच्छा के बगैर उनके शव जलाए गए हैं।
–आईएएनएस
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